यूपी पुलिस ने एक बहुत बड़े फर्जीवाड़ा केस का खुला है. उत्तर प्रदेश के नोएडा में 15 हजार करोड़ का बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है. इस मामले में 7 आरोपी को रिमांड पर लिया गया है. खबर है कि आम नागरिकों के मूल दस्तावेज गलत तरीके से हासिल करने और फर्जी कंपनियां खोलकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने वाले 7 आरोपियों को पुलिस ने तीन दिन आठ घंटे की रिमांड पर लिया है. नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है. पुलिस और अलग-अलग जांच एजेंसियों के अधिकारियों ने आरोपियों से गहनता से पूछताछ शुरू कर दी है.
आरोपियों पर पुलिस का शिकंजा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपियों द्वारा फर्जी तरीके से खोली गई कंपनियों के बैंक खातों को सीज करवाया गया है. पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपियों ने लोगों के पैन कार्ड और दूसरे पर्सनल डाक्यूमेंट का प्रयोग करके फर्जी कंपनियां खोलीं. सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रजनीश वर्मा ने बताया कि न्यायालय ने आरोपियों को 80 घंटे की रिमांड पर पुलिस को सौंपा है. उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती पूछताछ में पता चला कि आरोपी दिल्ली के एक डीलर से सीम खरीदते थे. आरोपियों का साथ देने वाला डीलर फर्जीवाड़ा कर सिम चालू करा देता था.
देश में इतना बड़ा फर्जीवाड़ा
ACP रजनीश वर्मा के मुताबिक पुलिस की टीम ठगी के रुपये की बरामदगी का भी प्रयास कर रही है. नोएडा पुलिस ने फर्जी कंपनियों के जरिये फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपियों को कुछ दिन पूर्व गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक अब तक की जांच में जीएसटी नंबर वाली 3060 कंपनियों का पता चला है जिनमें से 247 कंपनियां उत्तर प्रदेश में स्थित पते पर खोली गई हैं. पुलिस और जीएसटी विभाग के अधिकारी 15 हजार करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा मान रहे हैं. पुलिस तेजी से इस मामले में जांच को अंजाम दे रही है.