नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर जारी है। महामारी के चलते मचे कोहराम के बीच राहत के संकेत भले ही मिल रहे हो लेकिन इन सब के बीच इस लहर में देशभर में अब तक कुल 244 डॉक्टर कोरोना सक्रमण के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के डेटा के अनुसार अब तक कुल 28 महिला डॉक्टरों की जान गई वहीं 216 पुरुष डॉक्टरों की जान कोरोना संक्रमण से गई है। इतना ही नहीं इस कोरोना की दूसरी लहर में बिहार में 49 डॉक्टरों की जान एक ही दिन में गई।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जे.ए. जयालाल ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि, कोरोना की दूसरी लहर में कुल 244 डॉक्टरों की जान अब तक गई है। इस साल बिहार में अधिक्तर डॉक्टरों की जान गई। इसके अलावा उत्तरप्रदेश और दिल्ली में भी कई डॉक्टरों की जान गई है। पिछले साल कुल 756 डॉक्टरों ने इस महामारी में अपनी जान गवाईं थी।
इस महामारी में करीब 30 साल से 55 साल तक के डॉक्टरों की जान ज्यादा गई है। हालांकि इसमें बुजुर्ग डॉक्टर भी शामिल है। लेकिन पिछले साल के मुकाबले इस साल युवा डॉक्टरों की जान ज्यादा गई है। इस साल 3 से 4 गर्भवती डॉक्टर की जान भी संक्रमण के कारण गई है।
कोरोना संक्रमण से जान गवाने वाले युवा डॉक्टरों की बात करें तो दिल्ली निवासी 25 वर्षीय अनस मुजाहिद है। भुवनेश्वर निवासी 31 वर्षीय डॉ सरिता भांजा हैं। इसके अलावा लखनऊ निवासी 35 वर्षीय जुबेर अली शामिल हैं।
डेटा के अनुसार इन डॉक्टरों में सबसे ज्यादा उम्र में 90 वर्षीय डॉक्टर एस सत्यमूर्ति है जो कि विशाखापटनम निवासी थे। इसके अलावा उत्तरप्रदेश नुवासी डॉ जे के मिश्रा जिनकी उम्र 85 साल, साथ ही कलकत्ता निवासी डॉ अनिल कुमार रक्षित जिनकी उम्र 87 साल थी।