नई दिल्ली : निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से 27 लाख रुपये के नए नोटों के साथ पकड़े गए अजीतपाल सिंह व राजेन्द्र सिंह ने अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए है। दोनों आरोपियों ने खुलासा किया है कि वह कुछ दिन पहले दिल्ली के चांदनी चौक इलाके से संजय मलिक ने 46 लाख रुपये के नए नोट मंगाए थे।
46 लाख के नए नोटों को ये दोनों लेकर गए थे। नोट संजय मलिक को उसके घर ले जाकर दे दिए थे। दिल्ली पुलिस आयकर विभाग के साथ इस बात की जांच कर रही है कि संजय मलिक को पुरानी दिल्ली से किसने इतनी बड़ी मात्रा में नए नोट दिए थे। पुलिस टीम ने शुक्रवार को पुरानी दिल्ली में कई जगह छापेमारी की थी।
अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों के अनुसार अजीतपाल सिंह व राजेन्द्र सिंह दोनों नए नोट लेने पहली बार मुंबई गए थे। इससे पहले की मुंबई से नए नोटों की जो खेप आई हैं उन्हें कोई और लेने गया था। अपराध शाखा की कागजी तफ्तीश में ये बात सामने आ गई है।
पहले भी नए नोटों की खेप मुंबई से मंगाई
अपराध शाखा पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि दवा कंपनी मालिक संजय मलिक पहले भी नए नोटों की खेप मुंबई से मांगा चुका है। बताया जा रहा है कि एक से डेढ़ करोड़ के नए नोट मुंबई से दिल्ली आए हैं। अजीतपाल सिंह व संजय मलिक कई धंधों में साझेदार हैं।
पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि ये लोग मिलकर कथित हवाला का कारोबार भी करते हैं। संजय मलिक ने मुंबई से जो नए नोट मंगाए हैं उनके बदले में पुराने नोट हवाला के जरिए ही मुंबई भेजे थे।
अपराध शाखा ने जब दोनों को आयकर विभाग के हवाले किया था तो उसके बाद आयकर विभाग ने संजय मलिक के पीतमपुरा स्थित उसके घर छापेमारी की थी। इस दौरान दिल्ली पुलिस भी मौजूद थी। बताया जा रहा है कि संजय मलिक के घर समेत कई जगहों पर छापेमारी हुई थी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुंबई में अजीतपाल सिंह व राजेन्द्र सिंह को अबदू मुनई ने दिए थे। इसका मोबाइल नंबर संजय मलिक ने उन्हें दिया था। गौरतलब है कि ये दोनों जब मुंबई से 27 लाख रुपये के नए नोट ला रहे थे उस समय दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने इन्हे निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ लिया था।