नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा मंदी की खबरों के बीच उद्योग जगत को मजबूती देने के लिए की गई घोषणाओं के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के विलय की घोषणा कर दी।
केन्द्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 10 बैंकों के मर्जर की घोषणा की है। शुक्रवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस संबंध में बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अब इन्हें मिलाकर 4 बैंक बनाए जाएंगे।
एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार प्रेस से रूबरू हो रहीं वित्तमंत्री ने कहा कि 10 बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि बैंकों के खातधारकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों में नए विलय की ओर इशारा करते हुए कहा कि बड़े बैंकों से कर्ज देने की क्षमता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक के विलय से बनेगा देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक।
वित्त मंत्री के अनुसार पीएनबी, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक के विलय से बनने वाले बैंक के पास 17.95 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा और उसकी 11,437 शाखाएं होंगी।
उन्होंने कहा कि कैनरा बैंक और सिंडीकेट बैंक का विलय होगा और इससे 15.20 लाख करोड़ रुपए के कारोबार के साथ चौथा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बनेगा।
यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक के विलय से बनेगा देश का 5वां बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक जिसका कुल कारोबार 14.59 लाख करोड़ रुपए को होगा।
वित्त मंत्री के मुताबिक इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक के विलय से 8.08 लाख करोड़ रुपए के कारोबार के साथ सार्वजनिक क्षेत्र का 7वां बड़ा बैंक बनेगा। बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के रूप बने रहेंगे।