नई दिल्ली : दिल्ली उच्च न्यायालय में दो महिलाओं समेत चार नये न्यायाधीशों ने आज शपथ ग्रहण की। इसके साथ ही अब दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 38 हो गई है। दिल्ली उच्च न्यायालय की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने चार न्यायाधीशों – न्यायमूर्ति रेखा पल्ली, न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह, न्यायमूर्ति नवीन चावला और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर को शपथ दिलाई।
सरकार द्वारा इन चार नामों का अनुमोदन किये जाने के बाद राष्ट्रपति ने इन्हें न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया। इन न्यायाधीशों की नियुक्ति से अदालत में न्यायाधीशों की संख्या अब बढ़ जाएगी।
नयी नियुक्तियों के बाद अब अदालत में न्यायाधीशों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। दिल्ली उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 60 है। रेखा पल्ली और प्रतिभा एम सिंह की पदोन्नति के साथ ही अब उच्च न्यायालय में महिला न्यायाधीशों की संख्या 10 हो गई है।
नए रोस्टर के अनुसार, न्यायमूर्ति सी हरि शंकर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल के साथ, न्यायमूर्ति नवीन चावल न्यायमूर्ति रवींद्र भट के साथ, न्यायमूर्ति प्रतिभा सिंह न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के साथ और न्यायमूर्ति रेखा पल्ली न्यायमूर्ति जी एस सिस्तानी के साथ बैठेंगे।
विधि और न्याय मंत्रालय द्वारा 11 मई को जारी एक अधिसूचना में कहा गया कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 217 के खंड-1 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति ने वरिष्ठता क्रम को ध्यान में रखते हुए रेखा पल्ली, प्रतिभा एम सिंह, नवीन चावला और सी हरि शंकर को दिल्ली उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया है। प्रतिभा एम सिंह बौद्धिक संपदा अधिकार मामलों की एक वरिष्ठ वकील रह चुकी हैं। चावला दूरसंचार एवं प्रसारण कानूनों के विशेषज्ञ हैं। शंकर अप्रत्यक्ष कर एवं सेवा मामलों के वकील हैं। रेखा पल्ली को 2015 में वरिष्ठ अधिवक्ता बनाया गया था।