नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मानव तस्करी रैकेट के संबंध में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। दरअसल, ये रैकेट रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में प्रवेश करने और जाली दस्तावेजों के आधार पर बसने में मदद कर रहा था।
यह गिरोह असम, पश्चिम बंगाल, मेघालय और देश के अन्य हिस्सों के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय है।
एनआईए ने असम, मेघालय और कर्नाटक में कई स्थानों पर तलाशी ली।
आरोपियों की पहचान गिरोह के मुखिया कुमकुम अहमद चौधरी उर्फ केके अहमद चौधरी उर्फ असिकुल अहमद और सहालम लस्कर, अहिया अहमद बापन अहमद चौधरी और जमालुद्दीन अहमद चौधरी के रूप में हुई है।
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि यह मामला जाली भारतीय पहचान दस्तावेजों के आधार पर रोहिंग्या मुसलमानों को भारतीय क्षेत्र में फिर से बसाने के लिए उनकी अवैध तस्करी से संबंधित है।
एनआईए ने दिसंबर में इस संबंध में सूचना मिलने के बाद मामला दर्ज किया था। मामला आईपीसी की धारा 370 और 370 (ए) के तहत दर्ज किया गया।
एनआईए ने कहा कि रैकेट का मास्टरमाइंड चौधरी बेंगलुरु से इस अवैध तस्करी नेटवर्क को संचालित कर रहा था। इस रैकेट के अन्य सक्रिय सदस्य देश के विभिन्न हिस्सों में फैले हुए हैं।
एनआईए अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, “आज चौधरी समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आज की गई तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज, लेख और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए।”
इस मामले में आगे की जांच की जा रही है।