नई दिल्ली : अमेरिका के उत्तर-पूर्वी तट में उठे तूफान की चपेट में आने से शनिवार तक 6 लोगों की मौत हो गई, वहीं 7 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। हवाओं की स्पीड 113 किलोमीटर प्रति घंटा है। कई इलाकों में पेड़ और इलेक्ट्रिक पोल धराशायी हो गए। तूफान का असर फ्लाइट और ट्रेन ऑपरेशन पर भी पड़ा है। यहां करीब 3 हजार फ्लाइट कैंसल करनी पड़ी हैं और पूर्वी तट के इलाकों में ट्रेन सर्विस भी रोकी गई। उधर, प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को भी तूफान के चलते दूसरे एयरपोर्ट से उड़ान भरनी पड़ी। वेदर सर्विस ने कहा है कि अगले तीन दिनों में तूफान और खतरनाक हो सकता है।
113 kmph की रफ्तार से हवाएं चल रहीं
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई इलाकों में हवाएं इतनी तेज हैं कि पेड़ जड़ से उखड़कर गिर रहे हैं। इलेक्ट्रिक पोल गिरने से 90 हजार से ज्यादा घरों में पावर सप्लाई बंद है। यहां 7 लाख से ज्यादा लोग बुनियादी चीजों के लिए जूझ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि बॉस्टन समेत कई तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर जाने की सलाह दी गई है। शुक्रवार को ज्यादातर सरकारी दफ्तर बंद रखे गए।
तूफान में 2 बच्चों समेत 6 की मौत
यहाँ की पुलिस के मुताबिक, तूफान के चलते पेड़ गिरने और घरों के मलबे में दबने से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में एक 11 साल के लड़के समेत दो बच्चे शामिल हैं। वर्जिनिया के गवर्नर राल्फ नोर्दम ने बचाव और सुरक्षा की तैयारी के लिए शुक्रवार दोपहर से ही राज्य में इमरजेंसी लागू कर दी है।
प्रेसिडेंट ट्रम्प को भी हुई मुश्किल राजधानी वॉशिंगटन में खराब मौसम के चलते राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भी परेशानी से होकर गुजराना पड़ा। तेज हवाओं के बीच उन्हें एयरफोर्स वन के स्टेशन एंड्रू एयरबेस की जगह मजबूरन डूलेस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सफर करना पड़ा।
बता दें कि अमेरिकी वेदर सर्विस के साइंटिस्ट बिल सिम्पसन ने बताया कि हवाएं अभी और तेजी से बढ़ेंगी। अगले 3 दिनों में समंदर की लहरें और ऊंची उठने की आशंका है।