92% मस्जिद से लाउडस्पीकर पर अजान नहीं, करवा रहे हैं कानून का पालन- राज ठाकरे

मुंबई : महाराष्ट्र में अजान के दौरान हनुमान चालीसा बजाने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे अजान के दौरान दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा बजाने के फैसले पर अड़े हुए हैं. इस बीच राज ठाकरे जल्द ही मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लाउडस्पीकर विवाद पर अपना पक्ष रखा.

92 प्रतिशत मस्जिद से लाउडस्पीकर पर अजान नहीं’

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज ठाकरे (Raj Thackeray)  ने कहा कि हम कानून का पालन करवा रहे हैं और सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करवा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में 92 प्रतिशत मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर आजान नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, 50 से 55 डेसीबेल से ज्यादा आवाज में लाउडस्पीकर नहीं बजाया जाना चाहिए, जितनी तेज हमारे घरों में मिक्सी से आवाज आती है. हमारा विषय उन्होंने समझा, इसलिए उनका आभार. हम हमेशा से कहते आए हैं कि यह मुद्दा धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक है.

दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा बजाने के लिए फिर बोले राज ठाकरे

हालांकि इसके साथ ही राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा बजाने की बात दोहराई और कहा कि कई जगह पर मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर आजान नहीं किया जा रहा है, लेकिन जो लोग अभी भी नहीं समझ रहे वहां दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा बजाएं.

बाल ठाकरे का वीडियो शेयर कर राज ठाकरे पर साधा निशाना

इससे पहले राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने बाल ठाकरे का एक पुराना वीडियो शेयर कर शिवसेना पर निशाना साधा था. वीडियो में बाल ठाकरे मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की बात कर रहे हैं. बाल ठाकरे ने कहा था जब हमारी सरकार आएगी तो हम मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाएंगे.

राज ठाकरे ने लाउडस्पीकर पर दिया था अल्टीमेटम

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने पिछले महीने लाउटस्पीकर को लेकर अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि 3 मई तक मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर हटा लिए जाएं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अगर लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वह इससे अपने हिसाब से निपटेंगे और जैसे को तैसा जवाब देते हुए मस्जिदों के आगे हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.

हिरासत में लिए गए MNS कार्यकर्ता

राज ठाकरे ने कहा कि कई जगहों पर हमारे कार्यकर्ताओं को नोटिस भेजी जा रहा है और उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है व अरेस्ट किया जा रहा है. सुबह से ही मुझे फोन आ रहे हैं और महाराष्ट्र के बाहर से भी फोन आ रहे हैं. पुलिस कानून का पालन कराने वालों को हिरासत में ले रही है और कानून का पालन नहीं करने वालों पर कुछ नहीं किया जा रहा