रामबन में गुरुवार को बीएसएफ कैंप पर हमला कर रहे प्रदर्शनकारियों पर चलाई गोली के बाद, भीड़ पर फायरिंग में 4 लोगों की मौत से पूरे जम्मू डिविजन में तनाव है। जिसके कारण अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। फिलहाल यात्रियों को जगह-जगह बीच रास्ते में रोक दिया गया है, जो यात्री जम्मू में हैं उन्हें आगे जाने नहीं दिया जा रहा है और जो कल गुफा तक पहुंचे थे, उन्हें वहीं रोक दिया गया है।
इसी के साथ कश्मीर घाटी में अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। दरअसल, जम्मू−कश्मीर में रामबन जिले में गुरुवार को बीएसएफ कैंप में प्रदर्शनकारियों पर जवानों ने फायरिंग की थी। ये प्रदर्शनकारी यहां एक इमाम के साथ कथित तौर पर हुई बदसलूकी का विरोध कर रहे थे।
भीड़ को बेकाबू होता देख जवानों ने फायरिंग कर दी। इसके बाद से कई इलाकों में हिंसा भड़क उठी। उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-कश्मीर हाइवे पर भी जाम लगाया। पूरी घटना पर बीएसएफ ने दलील दी है कि उन्होंने अपने बचाव में फायरिंग की। उनका कहना है कि भीड़ उनके कैंप को तबाह करने की कोशिश कर रही थी।
घाटी में हुई इस घटना के विरोध में हुर्रियत और मुस्लिम संगठनों ने भदरवाह, बनिहाल, थाठरी, किश्तवाड़, गुल, डोडा, संगालदान आदि इलाकों में बंद का आह्वान किया हुआ है। जम्मू में शुक्रवार को इसका असर दिखा। प्रदर्शनकारियों ने इन इलाकों में भारत विरोध नारे लगाए और सड़कों पर टायर जलाए। पुलिस ने हालांकि स्थिति को नियंत्रण में बताया है। पुलिस के मुताबिक इन इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
कश्मीर घाटी में बने तनाव के इस आलम को देखते हुए श्रीनगर समेत घाटी के सभी प्रमुख शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। हालांकि इसके बाद भी अंदेशा है कि प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरेंगे। तीर्थयात्रियों को रोकने का फैसला भी ऐहतियातन किया गया है। रामबन और आसपास के इलाकों में प्रदर्शन बदस्तूर जारी हैं।