पटना : लालू यादव रांची के सीबीआई कोर्ट में फिर से सरेंडर करने को 29 अगस्त को पटना से गए थे. 30 अगस्त को सरेंडर किया. फिर जेल से रिम्स में पहुंच गए. बताया जा रहा है कि पटना से रवाना होने के पहले 2019 की तैयारी के लिए लालू यादव ने बहुत इनर्जी खपत की है. महागठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा करीब-करीब तय कर दिया गया है. समय से उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा भी महागठबंधन में आ जाएगी.
लालू यादव भी महागठबंधन में राजद व अन्य शामिल पार्टियों के लिए करीब-करीब 20-20 का फार्मूला ही निकाल रहे हैं. मतलब 20 से अधिक सीटों पर राजद खुद नहीं लड़ेगी. लालू यादव का अंतिम लक्ष्य बिहार में एनडीए गठबंधन को शिकस्त देना है. हां, कांग्रेस की सीटें अभी ठीक से तय नहीं हो पाई है. ऐसे में, कांग्रेस से आगे वार्ता होनी है.
जीतन राम मांझी को दो सीटें मिलेगी
महागठबंधन के भरोसे वाले सूत्र बता रहे हैं कि लालू यादव जीतन राम मांझी को 2019 में लड़ने को दो सीटें देने को तैयार हैं. लेकिन, मांझी कम से कम तीन मांग रहे हैं. गया को लेकर कोई पेंच नहीं है. जीतन राम मांझी को तैयारी करने को कह दिया गया है.मांझी की विश लिस्ट में मुंगेर और मुजफ्फरपुर की सीट है. 2014 में मुजफ्फरपुर कांग्रेस ने लड़ा था. अखिलेश प्रसाद सिंह उम्मीदवार थे. अब वे राज्य सभा में चले गए हैं, इसलिए जीतन राम मांझी को वैकेंसी दिखाई पड़ रही है. वे मुजफ्फरपुर से लड़ाने के लिए बिहार के पूर्व मंत्री और हम पार्टी के नेता अजीत कुमार को वचन दिए हुए हैं
लेकिन मुजफ्फरपुर से भी अधिक मांझी की मांग मुंगेर सीट है. यहां पिछले कई महीने से वैशाली से जाकर वृष्णि पटेल पसीना बहा रहे हैं. टिकट मिला तो जदयू के ललन सिंह से मुकाबला होगा. वैसे मुंगेर में भी कम पेंच नहीं है. कहा जा रहा है कि लोजपा से बेटिकट होने की सूरत देख मौजूदा सांसद वीणा देवी कांग्रेस की ओर काफी आगे बढ़ चुकी हैं. वीणा देवी बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी हैं. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद सिंह कई बड़े नेताओं से मुंगेर को लेकर चर्चा कर चुके हैं.
सपा – बसपा को भी महागठबंधन में सीटें जानकारी के मुताबिक लालू यादव ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए भी महागठबंधन में स्पेस बनाया है. सपा – बसपा को एक-एक सीट मिलेगी. शर्त यह है कि बदले में सपा-बसपा भी उत्तर प्रदेश में एक-एक सीट राजद को दे.शर्त मान ली गई तो बिहार में बसपा को गोपालगंज की सीट लड़ने को दी जाएगी. सपा को झंझारपुर सीट मिलेगी. उम्मीदवार देवेंद्र प्रसाद यादव होंगे. देवेंद्र प्रसाद यादव अभी बिहार सपा के अध्यक्ष भी हैं. पूर्व में सांसद व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. लालू यादव से पंगा रहा है, लेकिन महागठबंधन के लिए माफी देने को तैयार हैं. सपा-बसपा को बिहार में दी गई दो सीटों के बदले राजद को यूपी में जो दो सीटें प्राप्त होंगी, उनमें एक पर लालू यादव के समधी/दामाद व दूसरी सीट पर अशोक सिंह को लड़ाया जा सकता है.
देवेंद्र प्रसाद यादव )वाम दलों के लिए भी है फार्मूलाबिहार में महागठबंधन को बड़ा आकार देने के लिए लालू यादव ने वाम दलों के लिए भी स्पेस रखा है. कन्हैया कुमार को बेगूसराय से लड़ने को मंजूरी मिल चुकी है. सीपीआई-सीपीएम से समझौता नहीं हुआ तो भी राजद बेगूसराय में कन्हैया कुमार के खिलाफ उम्मीदवार नहीं देगा.
भाकपा (माले) तीन सीटें मांग रही हैं. ये तीन सीटें हैं – सीवान, जहानाबाद और आरा. कोई एक सीट महागठबंधन में दी जा सकती है. सीवान का नहीं मिलना तय है.कन्हैया कुमारशरद यादव का नखरा बहुत हैशरद यादव को मधेपुरा से महागठबंधन का उम्मीदवार बनाने में किसी को आपत्ति नहीं है. तेजस्वी यादव किसी कीमत पर पप्पू यादव को हराना चाहते हैं. लेकिन शरद यादव के सामने सारे विकल्प स्पष्ट कर दिए गए हैं. खुद लड़ेंगे, तो अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल के सिंबॉल पर महागठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं. लेकिन बेटे को लड़ाना चाहेंगे तो राजद के टिकट पर लड़ाना होगा.लेकिन महागठबंधन के भीतर सबों को इस बात का अहसास है कि शरद यादव सिर्फ मधेपुरा सीट पर नहीं मानेंगे. उनकी उम्मीदें बहुत अधिक हैं. वे किसी कीमत पर अर्जुन राय के लिए सीतामढ़ी और उदय नारायण चौधरी के लिए जमुई सीट भी चाहते हैं.
शरद यादव उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन में कंफर्म हैंमहागठबंधन की तैयारियों से ऐसा लग रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा को कंफर्म मान लिया गया है. समय से कुशवाहा आयेंगे. महागठबंधन के नेताओं के मुताबिक कुशवाहा चाहते हैं कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया जाए, ताकि पोलिटिकल माइलेज मिले.कुशवाहा के लिए महागठबंधन में चार सीटों की जगह बनाई जा रही है. इसमें काराकाट, सीतामढ़ी और उजियारपुर की सीट शामिल है. चौथी सीट के लिए मंथन जारी है. उपेंद्र कुशवाहा झारखंड की चतरा सीट भी चाह रहे हैं. लेकिन बताया जा रहा है कि चतरा सीट पर बालू माफिया के नाम से मशहूर दानापुर वाले सुभाष यादव को तैयारी शुरु करने को कह दिया गया है. जानकारी यह भी है कि इस तैयारी के तहत ही सुभाष यादव ने चतरा में घर भी बनवा लिया है.