नई दिल्ली : राफेल विमान सौदे राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार से इस मुद्दे पर संसद में फिर हंगामे के आसार हैं। कांग्रेस इस मामले में जेपीसी की मांग पर अड़ी हुई है, वहीं भूल सुधार के लिए सरकार के फिर कोर्ट जाने से कांग्रेस और अन्य दलों को एक और मुद्दा हाथ लग गया है। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन और सीपीआईएम सांसद मोहम्मद सलीम ने लोकसभा में राफेल मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव दिया है।
इस बीच केंद्र सरकार संसद के पटल पर ट्रिपल तलाक बिल भी पेश कर सकती है। बता दें कि मॉनसून सत्र में ट्रिपल तलाक बिल राज्यसभा में पारित नहीं हो सका था इससे पहले कांग्रेस ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि वह राफेल करार से जुड़ा अपना फैसला वापस ले और अदालत की अवमानना एवं झूठी जानकारी देने के मामले में केंद्र सरकार को नोटिस जारी करे।
पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने शीर्ष अदालत को झूठी जानकारी दी। कांग्रेस मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया था कि यह दावा करके सरकार ने संसद के दोनों सदनों के विशेषाधिकार का हनन किया है कि राफेल विमानों की कीमतों को लेकर सीएजी रिपोर्ट संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष पेश की गई थी।
70 शहरों में प्रेस कांफ्रेस कर पलटवार करेगी बीजेपी
राफेल मुद्दे पर बीजेपी अब बड़ा पलटवार करने जा रही है। वह (आज) सोमवार को देश में सत्तर प्रमुख स्थानों पर प्रेस कांफ्रेंस कर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ और सरकार के खिलाफ साजिश करने के मुद्दों पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करेगी। इस अभियान में कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे।