काश पंकज त्रिपाठी आनंद कुमार का रोल करते 

फिल्म को लेकर क्या कंट्रोवर्सी रही क्या नहीं, इस बात को छोड़कर सीधे फ़िल्म के ट्रेलर पर आते हैं.
सुपर 30 रिलायंस एंटरटेनमेंट और साजिद नाडियाडवाला के बैनर तले फिल्म है जो मशहूर शिक्षक बिहार के आनंद कुमार के ऊपर बनाई गयी है. फिल्म का निर्देशन क्विन फेम निर्देशक विकास बहल ने किया है. जबकि मुख्य भूमिका के रूप में ह्रितिक रौशन, पंकज त्रिपाठी, अमित साद के साथ मृणाल ठाकुर होंगी. फिल्म कहानी है उस शिक्षक की जो गरीब और अनाथ बच्चों को आईआईटियन बनाता है और आज भी  बना रहा है. हालाँकि फिल्म का अधिकतर हिस्सा राजस्थान में फिल्माया गया है. फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ हुआ है और भले ही 12 जुलाई के बाद फिल्म कमाई कर ले परंतु फिल्म का ट्रेलर उम्मीद के मुताबिक खड़ा नहीं उतरा है.  और जिस चीज का डर था कि  क्या ह्रितिक ‘भोजपुरी एक्सेंट’ वाली हिंदी बोल पाएंगें? ये सवाल, सवाल ही रह गया क्योंकि इस मामले में पूरे ट्रेलर में ह्रितिक काफी स्ट्रगल करते हुए पाएं गए हैं. हालाँकि ट्रेलर एक वॉइस ओवर के साथ शुरू होती है जो जबरदस्त मालूम पड़ती है और मानो शुरुआत में ही गूजबंप्स आ जाता हो. पर इसके बाद ऐसी कोई सीन देखने को नहीं मिलता इस 2 मिनट और 38 सेकेंड के ट्रेलर में जो दिल को छुए या दर्शक को आकर्षित करे. स्पेशल इफेक्ट्स जरूरत से ज्यादा डाले हुए हैं और हिंदी पट्टी के ऊपर गढ़ी कहानी में अंग्रेजी में बज रहा बैकग्राउंड सांग भी अटपटा मालुम पड़ता है. इस फिल्म में बच्चों ने जो भी 10-15 शब्द बोलें  हैं उनकी आवाज और एक्सप्रेशन देखते बनती है. ह्रितिक का मेकअप साफ़ दिखाई देता है. पूरे ट्रेलर में बस एक ही डायलॉग ‘अब राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा, राजा वहीं बनेगा जो हक़दार होगा’ को छोड़ दूसरा कोई डायलॉग सुनाई नहीं देता। मृणाल और अमित साद ट्रेलर में दिखाई भी नहीं देते हैं जबकि पंकज त्रिपाठी भी केवल एक दृश्य में किसी पार्टी में नाचते हुए दिखाई पड़ते हैं.
हालाँकि ये महज ट्रेलर है और इससे पूरे फिल्म का अंदाजा लगाना जल्दबाजी होगा पर इतना कहा जा सकता है कि फिलहाल तो ट्रेलर अपने उम्मीद पे खड़ा उतरता हुआ दिखाई नहीं दे रहा और अंदर से एक बार को मन यही कहता है कि काश पंकज त्रिपाठी आनद कुमार का रोल करते.