बिहार में चुनावी शंखनाद, जानिये, शाह के वर्चुअल रैली की खास बड़ी बातें

नई दिल्ली : बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव 2020 को देखते हुए प्रचार का शंखनाद हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश की पहली वर्चुअल रैली को संबोधित करेत हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री से की। अमित शाह बीजेपी की वर्चुअल रैली ‘बिहार जनसंवाद’ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पार्टी के कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री के बाद पीएम मोदी ही एकमात्र नेता हैं, जिनकी आवाज पर पूरा देश उनके साथ खड़ा हो गया और उनके कहने पर दिया जलाया और कोरोना वॉरियर्स के लिए थाली भी बजाई।

शाह ने कहा कि अब 2.5 करोड़ लोगों के घरों में बिजली आई है। पहले लोगों को लालटेन से काम चलाना पड़ता था, अब लालटेन का जमाना गया। शाह ने कहा कि आपातकाल के दौरान बिहार की जनता ने ही लोकतंत्र को स्थापित करने का काम किया।

अमित शाह ने कहा कि जो लोग बीमारी से लड़ रहे हैं और कोरोना से जंग लड़ रहे हैं, उन्हें मेरी शुभकामनाएं। शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों ने इस रैली को बिहार की चुनावी सभा कहा, मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं इसका चुनाव से कोई संबंध नहीं है।

 

शाह ने पूछा कि विपक्ष राजनीति कर रहा है और उसने लोगों के लिए क्या किया, उन्होंने नकदी हस्तांतरण, निशुल्क राशन जैसे मोदी सरकार के कल्याणकारी कदमों का हवाला दिया। कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए अमित शाह ने कहा कि कुछ एनजीओ ने राहुल गांधी से कहा है कि जोर से बोलने से उन्हें अधिक वोट मिलेंगे।

वर्चुअल रैली के विरोध में आरजेडी ने बजाई थाली : शाह की रैली को लेकर बिहार की राजनीति गर्मा गई। शाह की वर्चुअल रैली के विरोध में आरजेडी ने थाली बजाकर विरोध जताया।

राबड़ी देवी के आवास के बाहर सरकार के विरोध में राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के साथ आरजेडी कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर नीतीश सरकार के साथ केंद्र सरकार और अमित शाह के वर्चुअल रैली का विरोध किया।

नीतीश के नेतृत्व में लाएंगे दो तिहाई बहुमत

आपको बता दें कि अमित शाह कई बार पहले भी कह चुके हैं कि बिहार में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगा। रविवार को उन्होंने एक बार फिर कहा कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो तिहाई बहुमत से चुनाव जीतेगा। सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए अमित शाह ने कहा कि उन्होंने कोरोना काल में बिहार के लोगों के लिए अच्छा काम किया है। नीतीश कुमार और सुशील मोदी दोनों प्रसिद्धि करने में थोड़े से कच्चे हैं। वो रोड पर खड़े होकर थाली नहीं बजाते हैं, वो चुपचाप सहायता के लिए काम करने वाले लोग हैं।

 बिहार ने दुनिया को दिया लोकतंत्र

अमित शाह ने कहा कि बिहार की भूमि से सबसे पहले दुनिया को लोकतंत्र का अनुभव हुआ। महान मगध साम्राज्य की नींव डाली गई। जिसने अफगानिस्तान से लंका तक अखंड भारत के सपने को साकार किया बुद्ध, महावीर, चंद्रगुप्त और चाणक्य की इस भूमि ने इस भारत का नेतृत्व किया है। जब कभी भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों से खिलावड़ हुआ, बिहार से ही बिगुल फूंका गया। जब इंदिरा गांधी ने आपातकाल से लोकतंत्र का गला घोंटा तो बिहार ने ही जेपी के नेतृत्व में आंदोलन करके लोकतंत्र को बहाल किया। जॉर्ज साहब और राममनोहर लोहिया जी की भी यही कर्मभूमि है। बिहार ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ी और सामाजिक न्याय के झंडे को बुलंद किया।

देश के विकास में बिहार का पसीना

अमित शाह ने कहा कि बहुत से लोग गुमराह कर रहे हैं, लेकिन बिहार की जनता और प्रवासी मजदूर इन बातों से अपने को अलग रखें। पूरा देश आपका सम्मान करता हूं। मैं आज इस मंच से कहना चाहता हूं कि देश का कोई भी हिस्सा चाहे मुंबई, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु हो, जो विकसित है इसकी नींव में जाएंगे तो मेरे बिहार के प्रवासी मजदूर के पसीने की महक आती है। जो लोग अपमानित करते हैं उनको मालूम नहीं है कि बिहार के मजदूरों का जज्बा क्या है। वे नहीं जानते हैं कि मोदी जी ने उन्हें सुरक्षित रखने के लिए कितना काम किया। जब से कोरोना की बीमारी आई तो पीएम ने सभी मुख्यमंत्रियों से कहा कि जहां भी प्रवासी मजदूर हैं उनके लिए व्यवस्था की जाए। केंद्र सरकार ने इसके लिए तुरंत 11 हजार करोड़ रुपए दिए।