नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी का खात्मा करने के लिए भारत में दुनिया की सबसे बड़े टीकाकरण का आगाज भले ही 16 जनवरी से होने जा रहा है, मगर आज से ही कोरोना के खिलाफ जंग की शुरुआत हो गई है। आज यानी मंगलवार को देश को कोरोना वायरस की कोविशील्ड वैक्सीन मिल गई। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने आज ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की पहली खेप की डिलीवरी कर दी। पुणे से आज 13 शहरों में सीरम की वैक्सीन भेजी गई है। दिल्ली समेत कई राज्यों में इसकी पहली खेप पहुंच भी गई है और कुछ राज्यों में आज किसी भी वक्त पहुंच जाएगी। बता दें कि इस वैक्सीन की डिलीवरी स्पाइसजेट, गोएयर, इंडिगो और एयर इंडिया की फ्लाइट से देश के करीब 13 लोकेशन पर की जा रही है। तो चलिए जानते हैं किन-किन राज्यों में ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन पहुंच गई है, कहां पहुंचने वाली है और साथ ही राज्यों की कैसी तैयारियां हैं।
सबसे पहले दिल्ली पहुंची वैक्सीन की पहली खेप
दिल्ली में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप आज सुबह पहुंची। सीरम इंस्टीट्यूट के उत्पादन केंद्र से तड़के सुबह कोविशील्ड वैक्सीन को तीन ट्रकों में भरकर पुणे एयरपोर्ट पर पहुंचाया गया, जहां से स्पाइसजेट की फ्लाइट से यह वैक्सीन दिल्ली पहुंची। स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह ने कहा कि सुबह स्पाइसजेट की फ्लाइट कोरोना वैक्सीन की पहली खेप लेकर दिल्ली पहुंची है। पुणे से दिल्ली आई ‘कोविशील्ड’ की पहली खेप में 34 पेटियां हैं, जिसका वजह 1088 किलोग्राम है। दिल्ली के अलावा, देश के अलग-अलग 12 जगहों पर सात अन्य फ्लाइट से वैक्सीन की डिलीवरी आज हो रही है।
कैसी है तैयारी: दिल्ली में 16 जनवरी से 89 वैक्सीनेशन बूथ से कोविड टीका लगाने की शुरूआत होगी। दिल्ली में कुल एक हजार वैक्सीनेशन बूथ और 609 कोल्ड चैन प्वाइंट तैयार किए गए हैं। मगर केंद्र ने फिलहाल हमें 89 केंद्र निर्धारित करने को कहा था, जिसे कर लिया गया है। इसमें 40 सरकारी और 49 निजी अस्पताल को चिन्हित किया गया है।
गुजरात में भी पहुंच चुकी वैक्सीन
कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खेप आज अहमदाबाद भी पहुंच गई। अहमदाबाद में वैक्सीन की 2.76 लाख डोज आई है, जिसे अहमदाबाद, गांधीनगर और भावनगर जोन में दिया जाएगा। 16 जनवरी से राज्य के 287 केंद्रों पर टीकाकरण होगा। इस बात की जानकारी गुजरात सरकार के परिवार कल्याण विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ पटेल ने दी।
लखनऊ में चार बजे पहुंचेगी वैक्सीन की पहली खेप
पुणे एयरपोर्ट से वैक्सीन की पहली खेप चलने को तैयार है। दोपहर 2:10 बजे पर इंडिगो की उड़ान 60000 डोज लेकर लखनऊ के लिए रवाना होगी। यह विमान 4 बजे लखनऊ पहुंचेगा। एयरपोर्ट से वैक्सीन के 60 हजार डोज़ भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ऐशबाग ले जाये जाएंगे। ऐशबाग में वैक्सीन रखने के लिए आइस लाइन रेफ्रीजरेटर (आइएलआर) हैं। इनमें वैक्सीन की कोल्ड चेन मेनटेन रखने में मदद मिलेगी। करीब 10 लाख रुपए की लागत से स्टोरेज सेंटर बनाया गया है।
तमिलनाडु में भी टीके पहुंचे
तमिलनाडु में भी कोरोना के खिलाफ जंग के मद्देनजर कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खेप आज सुबह पुणे से पहुंची। पुणे से स्पेशल विमान के जरिए तमिलनाडु में आज सुबह करीब 10.30 बजे कोरोना वैक्सीन की 5.56 लाख डोज पहुंची है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा कि हमें कोवैक्सीन के 20000 डोज का भी इंतजार है।
मुंबई में सड़क मार्ग से पहुंच रहा टीका
कोरोना वायरस के खिलाफ सीरम की वैक्सीन मुंबई भी पहुंच रही है। मुंबई के लिए टीके सड़क मार्ग से रवाना किए जाएंगे। टीकों को सीरम इंस्टीट्यूट से ले जाने के लिए ‘कूल-एक्स कोल्ड चैन लिमिटेड के ट्रकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पटना भी आ रही है वैक्सीन
पुणे से पटना के लिए वैक्सीन लेकर फ्लाइट उड़ान भर चुकी है। किसी भी वक्त पटना में विमान की लैंडिंग हो सकती है। पटना के अस्पतालों और नालंदा मेडिकल कॉलेज से टीकों को क्षेत्रीय स्थानों तक पहुंचाया जाएगा। राज्य सरकार ने राज्य में कोरोना के टीकाकरण अभियान को चलाने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली है। बिहार स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि कम से कम 4.62 लाख स्वास्थ्यकर्मियों ने को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर रंगीन बैग रखे जाएंगे ताकि जैव-अपशिष्ट पदार्थों का प्रबंधन किया जा सके।
कोलकाता पहुंच रही 7 लाख वैक्सीन की डोज
कोलकाता में आज करीब सात लाख कोरोना वैक्सीन की डोज पहुंच रही है। पुणे से विमान में वैक्सीन की खेप रवाना हो चुकी है। कोविशील्ड की पहली खेप में 6.89 लाख डोज है, जो आज दोपहर में पहुंचेगी। एनसएसीबीआई एयरपोर्ट पर वैक्सीन के पहुंचने के बाद इसे कोलकाता में स्वास्थ्य विभाग के सेंट्रल स्टोर में ले जाया जाएगा। राज्य में 941 कोविड चेन प्वाइंट बनाए गए हैं।
आंध्र प्रदेश: विजयवाड़ा पहुंच रही वैक्सीन
सीरम की वैक्सीन आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा पहुंच रही है। पुणे से वैक्सीन लेकर फ्लाइट रवाना हो चुकी है, जो किसी भी वक्त पहुंच जाएगी। अगर तैयारियों की बात करें तो आंध्र प्रदेश में प्रथम चरण के तहत 3.6 लाख स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। राज्य के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राज्य में तीन दिवसीय टीकाकरण पूर्वाभ्यास पूरा कर लिया है। टीकाकरण के 1940 केंद्रों का इस्तेमाल किया जाएगा। इनमें से 1659 केंद्रों पर कोल्ड चेन व्यवस्था है। हर केंद्र पर प्रतिदिन 100 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। स्वास्थ्य आयुक्त ने बताया कि राज्य में आठ महीनों के दौरान टीके की 10 करोड़ खुराकें लगाई जाएंगी।
हैदराबाद के लिए भी पुणे से फ्लाइट रवाना
सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड की पहली खेप पुणे एयरपोर्रट से हैदराबाद के लिए भेज दी गई है। दोपहर तक वैक्सीन की खेप पहुंच जाएगी। तेलंगाना में 139 केंद्रों पर प्रथम चरण के तहत टीका लगाया जाएगा। प्रत्येक जिले में दो से तीन केंद्र स्थापित किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंद्र लोगों को विश्वास दिलाने के लिए खुद सबसे पहले टीका लगवाएंगे। राज्य सरकार ने कहा कि पहले दिन कुल 13,900 टीके लगाए जाएंगे। सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में काम करने वाले 2,90,000 स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने नाम पंजीकृत किए हैं।
कहां-कहां आ रहा है कोरोना टीका
सीरम के कोरोना टीकों को पुणे से जिन स्थानों पर डिलीवरी की गई है, उनमें अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, करनाल, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, लखनऊ, चंडीगढ़, पटना और भुवनेश्वर शामिल हैं। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी दी कि चार विमानन कंपनियां पुणे से देश के 13 शहरों में कोविड-19 टीकों की 56.5 लाख खुराक ले जाने के लिए आज नौ उड़ानें संचालित हुई हैं, जिनमें से कई जगह वैक्सीन पहुंच भी गई और कई जगह पहुंचने वाली है।
6 करोड़ डोज के साथ 16 जनवरी से महाअभियान
केन्द्र सरकार ने देश में 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान से पहले सोमवार को ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) और ‘भारत बायोटेक’ को कोविड-19 टीके की छह करोड़ से अधिक खुराक के लिए ऑर्डर दिया था। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी और कहा था कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण पिछले तीन-चार हफ्तों से लगभग 50 देशों में चल रहा है और अब तक केवल ढाई करोड़ लोगों को टीके लगाए गए हैं जबकि भारत का लक्ष्य अगले कुछ महीनों में 30 करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाना है।