अपने बुलंद हौसलों से देश और दुनिया को सीख देने वाली भारतीय महिलाओं के इस हौसले को अमेरिका ने भी सलाम किया है। तेजाब हमले की पीड़िता और ऐसे हमलों के खिलाफ आंदोलन की अगुवा रही लक्ष्मी को अमेरिका में प्रतिष्ठित इंटरनेशनल वुमन ऑफ करेज अवार्ड से नवाजा गया है। अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने इस पुरस्कार के लिए चुनी गई सभी दस महिलाओं को सम्मानित किया और कहा कि विजेताएं दुनियाभर की महिलाओं के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं ।
मिशेल ओबामा ने विदेश विभाग में आयोजित समारोह कार्यक्रम में कहा, ‘जब हम बदलाव के लिए इन महिलाओं को अपनी आवाज उठाते हुए, अपना पैर बढ़ाते हुए और दूसरों को सशक्त करते हुए देखते हैं तो हमें यह एहसास करने की जरूरत है कि हममें से हरेक के पास वही ताकत और वही जिम्मेदारी है. लक्ष्मी ने इस कार्यक्रम में अपनी एक कविता पढ़कर सुनाई, जो इस प्रकार है ।
गौरतलब है कि लक्ष्मी जब 16 वर्ष की थी तभी उसके एक परिचित ने उसके चेहरे पर तेजाब फेंक दिया था. घटना के समय वह नई दिल्ली के व्यस्त खान मार्केट में बस स्टॉबप पर बस का इंतजार कर रही थी. पिछले साल यह पुरस्कार दिसंबर 2012 में दिल्ली की चलती बस में गैंग का शिकार हुई ‘निर्भया’ ज्योसति को दिया गया था.
पिछले साल यह पुरस्कार दिसंबर 2012 में दिल्ली की चलती बस में सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई निर्भया को दिया गया था।