इन दिनों नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी में अरविंद केजरीवाल को समर्थन के सवाल पर जदयू में घमासान मच गया है। एक तरफ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आप को समर्थन देने के बयान से पल्ला झाड़ लिया है। वहीं दूसरी ओर केजरीवाल को समर्थन का बयान देने वाले जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी अभी भी दावा कर रहे हैं कि उन्होंने शरद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत के बाद समर्थन का ऐलान किया था। हालांकि वे इतना जरूर कह रहे हैं कि अगर बड़े नेता (शरद-नीताश) कहते हैं तो वे बयान वापस लेने को तैयार हैं।
गौरतलब है कि शुक्रवार को त्यागी ने कहा था कि जदयू नमो को हराने र्के लिए ’आप’ को समर्थन दे रहा है। इस सिलसिले में शरद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच हुई बातचीत में सहमति बन गई है। हमारी पार्टी के बड़े सभी नेता 5 मई से वाराणसी जाकर केजरीवाल के समर्थन में रोड शो, जनसभा और रैलियां करेंगे।
उनके इस बयान पर जदयू नेतृत्व ने कड़ी आपत्ती जताई। पहले तो शरद यादव ने त्यागी के इस बयान से अनिभिज्ञता प्रकट की। दूसरी ओर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा-त्यागी ने जल्दबाजी में फैसला ले लिया। उन्हें पार्टी में बातचीत करनी चाहिए थी। जहां तक बिहार से जदयू नेताओं के वाराणसी प्रचार में जाने का सवाल है तो हमारे लिए बिहार मे शेष दो चरण का चुनाव ही अधिक महत्वपूर्ण है। हमारा कोई भी नेता केजरीवाल के लिए प्रचार करने वाराणसी नहीं जाएगा।
हालांकि बिते दिनों में जदयू ने वाराणसी संसदीय सीट पर अरविंद केजरीवाल को समर्थन देने की बात कही थी। इस सीट पर भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पर जल्द ही जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव चुनाव प्रचार करने जाएंगे। पार्टी के इस फैसले की जानकारी जदयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने दी थी। जदयू के इस फैसले को केंद्र में चुनाव के बाद गैर कांग्रेस, गैर भाजपा मोर्चे में दलों की संख्या बढ़ाने की कवायद से भी जोड़ कर देखा जा रहा है।
हालांकि, केसी त्यागी फिलहाल ऐसा नहीं मानते। उन्होंने कहा था कि जदयू नमो को हराने के लिए आप को समर्थन दे रहा है। इस सिलसिले में शरद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच हुई बातचीत में सहमति बन गई है। हमारी पार्टी के नेता वाराणसी जाकर केजरीवाल के समर्थन में रोड-शो, जनसभा और रैलियां करेंगे।