BJP ने नेता कपिल मिश्रा को चार साल के लंबे इंतजार के बाद शनिवार को पार्टी की दिल्ली इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. मिश्रा की नियुक्ति करने वाले दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि उनका नाम इस सप्ताह की शुरुआत में घोषित पार्टी के नये पदाधिकारियों की सूची में था, लेकिन किसी कारणवश इसकी घोषणा नहीं की जा सकी थी. आम आदमी पार्टी की सत्ता वाली दिल्ली सरकार में मंत्री रह चुके कपिल मिश्रा अगस्त 2019 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ अपने मतभेद सार्वजनिक होने के बाद दिल्ली भाजपा में शामिल हो गए थे.
आम आदमी पार्टी से नाता तोड़ने के बाद BJP में आए मिश्रा को पार्टी ने फौरन कोई पद या जिम्मेदारी नहीं दी, लेकिन उन पर भरोसा जताते हुए मॉडल टाउन विधानसभा सीट से टिकट देकर 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ाया था. हालांकि उस चुनाव में उन्हें ‘AAP’ के उम्मीदवार अखिलेश पति त्रिपाठी से हार का सामना करना पड़ा था.
दिल्ली दंगों के दौरान मिश्रा सुर्खियों में आये थे
उसके कुछ समय बाद कपिल मिश्रा NRC और CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए दंगों के दौरान वह सुर्खियों में आये थे. उस समय दिल्ली के हालात पर देश की नजर थी और कपिल मिश्रा अपने बयानों से लगातार लाइम लाइट में थे.
PM मोदी और गृह मंत्री शाह का जताया आभार
अपनी नियुक्ति की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद कपिल मिश्रा ने तुरंत ट्वीट करके पार्टी आलाकमान का आभार जताते हुए लिखा, ‘एक छोटे से सामान्य कार्यकर्ता को इस प्रकार स्नेह देकर अपनाना सिर्फ भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी का आभार है, जो उन्होंने मुझे इस जिम्मेदारी के योग्य समझा. गृहमंत्री अमित शाह का आभार जिनके मार्गदर्शन में दिल्ली बड़े परिवर्तन की ओर बढ़ रही है. दिल्ली के यशस्वी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का आभार जिन्होंने मुझे अपनी टीम का सदस्य बनाने योग्य समझा.