कंगना रनौत की जीत के बाद विक्रमादित्य सिंह की तरफ से आई पहली प्रतिक्रिया

मंडी संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी कंगना रनौत  ने कांग्रेस प्रत्याशी और सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह  को शिकस्त दे दी. विक्रमादित्य सिंह और कंगना रनौत के बीच वोट का फासला 74755 का है. बड़ी हार का सामना करने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने कंगना रनौत कोज जीत की बधाई दी है.

साथ ही विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जनता ने कांग्रेस को भरपूर सहयोग दिया. इसके लिए वह उनका आभार व्यक्त करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि 34 साल की उम्र में 4.50 लाख वोट हासिल करना कोई छोटी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए भविष्य का वोट बैंक है.

मैं नहीं लड़ना चाहता था लोकसभा चुनाव

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इसे चैलेंज की तरह स्वीकार किया. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह चुनाव के दौरान भी लगातार इस बात को कहते रहे कि वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे. उन्होंने टिकट के लिए भी अप्लाई नहीं किया था. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्हें मंडी संसदीय क्षेत्र में जो जनमत मिला है, उसका वह तहदिल से स्वागत करते हैं.

BJP ने की ध्रुवीकरण की कोशिश

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव में ध्रुवीकरण करने की कोशिश की. इसका जवाब जनता ने भारतीय जनता पार्टी को दिया. भाजपा तो अयोध्या की सीट पर भी जीत हासिल नहीं कर सकी. उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना मुखौटा उतारकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का मुखौटा पहन लेना चाहिए.

दरअसल, विक्रमादित्य सिंह नरेंद्र मोदी को अपनी छवि भी हार्डकोर की जगह सॉफ्ट बनाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एग्रेसिव छवि भी भाजपा के लिए नुकसानदायक साबित हुई.