यूपीएससी के नए पाठ्यक्रम पर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच सरकार ने कहा है कि इस मुद्दे को एक सप्ताह में सुलझा लिया जाएगा। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संवाददाताओं से कहा, यूपीएससी मुद्दे को एक सप्ताह के भीतर सुलझा लिया जाएगा। इस बारे में चर्चा चल रही है।
राजनाथ ने कहा कि इस बारे में छात्रों के प्रदर्शन के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद उन्होंने रविवार को बैठक की थी, जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली और कार्मिक मामलों के राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह एवं अन्य लोगों ने हिस्सा लिया था। एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से नियुक्त तीन-सदस्यीय समिति की रिपोर्ट जल्द ही आ जाएगी, जिसका गठन यूपीएससी के सीसैट प्रारूप में बदलाव की मांग करने वाले छात्रों की मांग पर विचार करने के लिए किया गया है।
राजनाथ सिंह ने हालांकि 24 अगस्त को होने वाले सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा स्थगित करने के बारे में पूछे जाने पर कुछ स्पष्ट नहीं कहा। प्रारंभिक परीक्षा में 200 अंकों के दो अनिवार्य पत्र है। इन पत्रों को सीसैट 1 और सीसैट 2 के रूप में जाना जाता है। सीसैट 2 पत्र में अवधारणा आधारित प्रश्न, संवाद कौशल, तार्किक क्षमता, विवेचना पर आधारित प्रश्न, सामान्य मानसिक क्षमता कौशल, बुनियादी आंकिकी और अंग्रेजी भाषा संप्रेषण कौशल आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। छात्र सीसैट 2 पत्र का विरोध कर रहे हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।