राजीव गाँधी बिजली परीयोजना बिहार में गरीबो का मुँह चिढ़ा रहा है। यहां आपको हम यह बता दें कि केन्द्र सरकार कि यह योजना प्रत्येक बी. पी. एल. परिवारों तक बिजली पहूँचाने कि महत्वकाक्षी योजना है। जिसके तहद 2012 तक ही प्रत्येक गाँवोंतक बिजली पहूँचानी थी।
इस योजना पर कार्य भी हुआ गाँवों में बिजली के खम्भे भी लगे तार बिछ गए ट्रांसफार्मर्स भी लगे, घरों में मीटर बाल्ब सब लग गए पर बिजली नहीं चालू कि गई। बिजली के लिए कुछ गावो से कुछ लोगों ने जब इस सम्बन्ध मे बिहार विधुत कार्यालय से सम्पर्क किया तो बताया गया कि यह केन्द्र कि योजना है और अभी तक बिहार बोर्ड को सुपूर्द नहीं किया गया है, ऐसे में झोपडि़यों मे लगे बाल्ब गरीबो को मुँह चिढ़ा रहा है।
यहाँ बहुत से गाँव तो ऐसे हैं जहां का तार ट्रांसफार्मर चोरों ने चुरा लिया है, तो कहीं विभागीय अधिकारीयों के लिए कमाई का जरिया बना हुआ है। अधिकारी गरीबों के झोपडि़यों के बदले पैसे लेकर उन्हीं साधनों से अमीरो को रौशनी व अन्य सुविधा दे रही। कारण जो भी हो फिलहाल गरीबों कि झोपडि़यो मे अंधेरा ही कायम है।