रघुवर दास ने रविवार को मोरहाबादी के बिरसा स्टेडियम में झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वह राज्य के दसवें और पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं। उनके साथ चार मंत्रियों ने भी शपथ ली। इसमें तीन भाजपा और एक आजसू कोटे के विधायक हैं। घने कोहरे की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे।
आपको बता दे कि 81 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा और आजसू गठबंधन ने 42 सीटें जीतीं जिसमें भाजपा के 37 और आजसू के पांच विधायक हैं। वहीं झामुमो 19 सीटें जीतकर दूसरे नंबर की पार्टी बनी।
यह समारोह सुबह करीब साढे ग्यारह बजे शुरू हुआ। राज्यपाल सईद अहमद ने सबसे पहले रघुवर दास को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके बाद कैबिनेट मंत्री के रूप में खूंटी से विधायक नीलंकठ मुंडा, रांची से विधायक चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह, रामगढ़ से आजसू विधायक चंद्र प्रकाश चौधरी, हेमंत सोरेन को हराने वाले दुमका से विधायक लुईस मरांडी ने शपथ ली। राज्य में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 12 मंत्री शपथ ले सकते हैं। शेष मंत्रियों को अगले विस्तार में दास मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा।
उधर, दिल्ली में घना कोहरे के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमितशाह समारोह में भाग नहीं ले सके।
रघुवर दास से पहले राज्य में कुल नौ सीएम बन चुके हैं और यहां तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लगाया जा चुका है। राज्य गठन के तुरंत बाद 15 नवंबर, 2000 को बीजेपी के बाबूलाल मरांडी को राज्य का पहला सीएम बनाया गया था और वह 17 मार्च, 2003 तक राज्य के सीएम रहे, जब पार्टी के अंदरूनी विद्रोह और जदयू के चलते राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ और 18 मार्च 2003 को बीजेपी के अर्जुन मुंडा को सीएम बनाया गया और वह अपने पहले कार्यकाल में दो मार्च, 2005 तक राज्य के सीएम रहे।