यूपी के मेरठ से एक बाल सुधार गृह से 91 बाल अपराधी एक साथ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए हैं। इस घटना का पता चलते ही मेरठ पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। अलग-अलग जगहों से सुबह तक 26 किशोरों के पकड़े जाने की जानकारी मिली है। यह मामला सुरक्षा लापरवाही का बताया जा रहा हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बाल सुधार गृह से सभी बाल अपराधी पुलिस को चकमा देकर फरार हुए हैं। सभी लूट, चोरी जैसे मामलों में सुधार गृह में बंद थे। बाल अपराधियों ने रसोईअलग-अलग जगहों से सुबह तक 26 किशोरों के पकड़े जाने की जानकारी मिली है की खिड़की से कपड़े की रस्सी के सहारे भागने का प्लान बनया और फरार हो गए। आनन् फानन में शहर के सभी थानों की पुलिस को एलर्ट करके सड़कों पर, बस अड्डों पर और रेलवे स्टेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
हालाँकि अलग-अलग जगहों से सुबह तक 26 किशोरों के पकड़े जाने की जानकारी मिली है। उल्लेखनीय है कि मेरठ के सूरजकुंड की घनी आबादी के बीच यह बाल सुधार गृह है। इसमें 155 किशोर थे, जो मेरठ, बागपत, हापुड़, गाज़ियाबाद, गौतम बुद्ध नगर जिलों से संबंधित हैं। मेरठ के बाल सुधार गृह में क्षमता से अधिक बाल कैदी थे, जिन्हें संभालना मुश्किल हो रहा था। इसलिए आसपास के सभी जिलों में अस्थाई बाल सुधार गृह की व्यवस्था करके उन जिलों से संबंधित किशोरों को शिफ्ट किए जाने की कार्यवाही इन दिनों चल रही थी। इसी बीच यह घटना हो गई है।
गौरतलब है कि मेरठ का बाल सुधार गृह कई बार चर्चाओं में रहा है। किशोरों के फरार होने और सुरक्षाकर्मियों के साथ उनके की घटनाएं यहां आम बात रही है। सबसे बड़ी घटना अभी हाल ही में 11 दिसंबर को घटी, जब इन किशोरों से हुए टकराव में पुलिस के एक सिपाही की मौत हो गई थी। उस घटना में 125 किशोरों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए थे।
पुलिस का कहना है कि बाद में छानबीन और तलाशी के दौरान कुछ बाल कैदी पकड़े गए। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है, जबकि कई टीमों को बाल अपराधियों को पकड़ने के लिए लगाया गया है।