नई दिल्ली : उरी आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा किये गये सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दोनों देशो में बने युद्ध के गर्म माहौल को ठंडा करने के लिए एक तरफ जहां पाकिस्तान भारत से बातचीत करने की बात करता है तो वहीं वह भारतीय जवानों के सिर काटकर लाने का इरादा रखता है। इसके लिए आतंकवादियों ने बकायदा एक टीम बनाई है।
विशेष रूप से सिर काटने के लिए प्रशिक्षित आतंकियों की यह ‘बॉर्डर ऐक्शन टीम’ सीमा के आसपास उन इलाकों में सक्रिय है जहां भारतीय सेना तैनात है। इसके अलावा ये आतंकी पुंछ के केजी सेक्टर में भी सक्रिय हैं। यह बात एक खुफिया रिपोर्ट में कही गई है। यह रिपोर्ट जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान से मदद पा रहे आतंकवादियों के जमावड़े के बारे में है।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, 2014 और 2015 के मुकाबले घाटी में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘बांदीपुर से मिली एक जानकारी से संकेत मिलता है कि आतंकवादी उन लोगों पर हमले की साजिश बना रहे हैं, जिन्होंने बारामुला में झंडा फहराने के आयोजनों में हिस्सा लिया था। लश्कर और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बारामुला जिले में हमले की साजिश रच रहे हैं। कुपवाड़ा और बारामुला में आतंकवादियों की सबसे ज्यादा सक्रियता देखी गई है।’
मल्टी-एजेंसी सेंटर की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि बांदीपुर, पुलवामा, बारामूला और अनंतनाग के सैन्य शिविर भी आतंकवादियों के निशाने पर हैं। पिछले हफ्ते भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जिन टेरर लॉन्च पैड्स पर सर्जिकल हमला किया था, उनका जिक्र भी इस रिपोर्ट में है। इसमें कहा गया है, ‘इनपुट्स से केल, लिपा घाटी और दुधनियाल में आतंकवादियों के मूवमेंट का खुलासा हुआ है।’ इसमें कहा गया है कि उरी, नौगाम, तंगधार और माछील सेक्टरों से इंडिया में घुसपैठ करने की आतंकवादियों की साजिशों का भी पता चला है।