जानिए, कैसे भारत में उड़ा गरीबी का मजाक, टॉर्च में किया 32 मरीजों का ऑपरेशन

नई दिल्ली : भारत की गरीबी और यहाँ के गरीबों का मजाक उड़ना कोई नई बात तो नहीं है। बता दें कि एक बार फिर से सरकारी डॉक्टरों द्वारा गरीबी का मजाक उड़ाया गया है। जी हाँ यह मामला है मामला यूपी के उन्नाव का जहां एक ही दिन में डॉक्टरों ने 32 मरीजों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन टॉर्च की रोशनी में किया। मामला मीडिया में उछलने के बाद योगी सरकार ने CMO को बर्खास्त कर दिया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उन्नाव के नवाबगंज में स्थित कम्युनिटी हॉस्पिटल में एक NGO की सहायता से गरीबों के आंखों के ऑपरेशन का कैंप लगाया गया था। यहां मोतियाबंद की बिमारी से जूझ रहे लगभग 50 मरीज भर्ती थे। आरोप है कि बिजली सुविधा ना होने के बाद सीएमओ ने 32 गरीब लोगों की आंखों का ऑपरेशन टॉर्च की लाइट में ही कर दिया। इतना ही नहीं आरोप यह भी है कि मरीजों के लिए उचित बेड-बिस्तर की भी व्यवस्था नहीं की गई थी।

CMO की इस लापरवाही के देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने CMO राजेंद्र प्रसाद को बर्खास्त कर दिया। इतना ही नहीं उस NGO को भी ब्लैक लिस्ट कर दिया जिसकी अगुवाई में ये ऑपरेशन किए गए। यह NGO कानपुर का है। जिन मरीजों का ऑपरेशन किया गया उन सभी को मोतियाबिंद हुआ था।

बता दें कि भारत में मरीजों के साथ इस तरह कि घटना कोई नई बात नहीं भातर में रहने वाले गरीब लोगों को अपना इलाज करवाने के लिए ऐसी कई परिस्थियों का सामना करना पड़ता है।

भारत में अगर सरकारी अस्पतालों की बात कि जाए तो अधिकतर अस्पताल में गरीब मरीजों को आये दिन ऐसी परिस्थियों से गुजरना पड़ता है। जहाँ कभी गरीब बैड, पानी, बिजली के अभाव में पड़े रहने को मजबूर होता है तो कभी अस्पताल में दवाइयों और अन्य सविधाओं के बिना इलाज से वंचित रह जाता है।

बता दें कि हेल्थ से जुड़े फंड के लिए यूपी सरकार ने केंद्र सरकार के पास अपनी मांग भेजी है लेकिन वह अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। यह हाल यूपी में तब है जब केंद्र और यूपी दोनों जगहों पर बीजेपी का ही शासन है और यही सरकार है जो हर वक़्त विकास का दावा करती है। क्या यही है देश और देश ले गरीबों का विकास ?