गया। इन दिनों गया प्रमंडल अशांत है। अभी-अभी औरंगाबाद जिले के नवीनगर-टंडवा मुख्य मार्ग पर नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट कर उड़ाई टंडवा की जीप पर सवार थानाध्यक्ष अजय कुमार एवं सैप समेत आठ जाबाज शहीद हो गए। प्रदेश में हफ्तेभर में नक्सलियों की यह दूसरी बड़ी वारदात है। इस हमले से आहत लोग मातमपुर्सी करने के लिए पहुंच ही रहे थे। इस बीच एक ही परिवार की पांच बहनों की निमर्म हत्या कर दी गयी। मृतकों में एक बालिग और सभी नाबालिग थे। इस संदर्भ में एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गया जिसे के खिंजरसराय थाना के रौनियां पंचायत के सोनाप गांव में बुधवार की रात हमलावरों ने धावा बोलकर एक ही परिवार की पांच छात्राओं की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के मृल में गोतिया से जमीनी विवाद की बात सामने आ रही है। मारे जाने वालों में चार छात्राएं नाबालिग हैं। हमलावरों ने देर रात इस गांव के शशिभूषण सिंह की दो पुत्री जुली कुमारी (18) और उसकी छोटी बहन मुन्नी कुमारी (15), इसी तरह भरत भूषण सिंह की दो बेटी मनीषा कुमारी (14) और उसकी बहन रुन्नी कुमारी (11) और विपीन सिंह की मासूम पुत्री अनीसा कुमारी (7) वर्षीय को गोलियों से छलनी कर दिया।
शशि भूषण सिंह, भरत भूषण सिंह और विपीन सिंह सहोदर भाई हैं। इन तीनों भाइयों के बीच में बुधवार को सुबह में जमीन विवाद को लेकर अपने गोतिया अमर सिंह से झगड़ा और जबर्दस्त मारपीट हुई थी। जिसमें शशि भूषण सिंह के पक्ष के कई लोग घायल हो गए थे जिनका इलाज गया में चल रहा है। दो भाई अस्पताल में थे तथा एक भाई खिंजरसराय थाना में मामले की प्राथमिकी और सुरक्षा की गुहार लेकर गए थे। पर थानेदार ने यह कहकर प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया कि पहले वो घायलों का बयान लेंगे और उसके बाद गांव जाकर हालत का जायजा लेने के बाद ही अगली कार्रवाई करेंगे। इस बीच हमलावरों ने शशिभूषण सिंह के घर में कोई पुरुष सदस्य न होने का लाभ उठाते हुए बुधवार की रात उनके घर पर हमला कर पांचो बहनों की गोली मारकर हत्या कर दी।
घटना की सूचना मिलते ही गया के जिलाधिकारी बाल मुरुगन डी, एसएसपी निशांत कुमार तिवारी गुरुवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंचकर वहां कैंप कर रहे हैं। सूचना मिलने पर बेलागंज के विधायक व पूर्व मंत्री सुरेन्द्र प्रसाद यादव भी सोनाप गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। बताया जाता है कि कि पुलिस ने इस मामले में गांव के ही एक युवक को गिरफ्तार किया है। इस घटना के बाद राजपूत बहुल इस गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
इस समय जरूरत है कि सुशासन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार राज्य में शांति लाने के लिए पहलकदमी करें और शांति के वाहक बने। इसके लिए जरूरत है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी सूबे में हिंसक वारदातों को अंजाम देने वाले नक्सलियों और अहिंसक ढंग से भूमि संबंधी आंदोलन चलाने वालों के साथ वार्ता करें और मिलकर इस दिशा में ठोस कार्यक्रम तय करें।