छतरपुर, मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला छात्र ने जब परेशान होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी तो किसी ने नहीं सोचा था कि इसका जवाब आएगा । लेकिन जब पीएम की ओर से पत्र पर प्रतिक्रिया आई तो अधिकारियों के बीच भी हड़कंप मच गया।
दरअसल, शहर से 20 किमी दूर स्थित जनकपुर गांव के प्राइमरी स्कूल की पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र रोहित पिता ओमप्रकाश राही ने कुछ दिनों पहले अपने स्कूल की बदहाली के बारे में बताते हुए पीएम मोदी को पत्र लिखा था।
चिट्ठी में रोहित ने इस बात का भी जिक्र किया था कि स्कूल की ओर से कई बार शिकायत की गई लेकिन अधिकारी सिर्फ निरीक्षण और आश्वासन देकर वापस लौट जाते हैं। ऐसे में उनके यहां की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
रोहित के चिट्ठी भेजने के कुछ ही दिन बाद पीएम ऑफिस से अधिकारियों को निर्देश जारी हो गए। मंत्रालय से निर्देश आदेश आते ही संबंधित अधिकारी भी सकते में आ गए और उन्होंने तुरंत स्कूल में सुधार कार्य शुरू करवा दिया।
दरअसल, जनकपुर प्राइमरी स्कूल में कुल 54 बच्चे पढ़ते हैं। दो कमरों के इस विद्यालय में बच्चों के लिए पंखे तक नहीं है, जिससे बच्चे पढ़ते हुए पसीने से भीग जाते हैं। साथ ही बैठने की अच्छी व्यवस्था नहीं होने से भी विद्यार्थियों को खासी मुश्किल का सामना करना पड़ता है।
इस समस्या के बारे में कई बार शिकायत करने पर भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो स्कूल के सबसे होशियार छात्र रोहित ने पीएम को चिट्ठी लिख डाली। चिट्ठी लिखने के कुछ ही दिन बाद पीएम कार्यालय से निर्देश लिखा नोटिस जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग तक पहुंच गया।
निर्देश मिलते ही आनन-फानन में स्कूल में पंखे लगवा दिए गए। साथ ही विद्यालय की हालत सुधारने और नया कमरा बनवाने के लिए चार लाख की राशि मंजूर कर दी गई, जिसमें से डेढ़ लाख रुपए की पहली किश्त जारी भी हो चुकी है।
रोहित की मानें तो यदि व्यवस्था नहीं सुधरती है तो वो दोबारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखेगा। वहीं स्कूल के छात्र के खत पर पीएम की प्रतिक्रिया आने से विद्यालय के प्रिंसिपल से लेकर शिक्षक तक रोहित पर गर्व महसूस कर रहे हैं।