आप के नेताओं ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के खिलाफ विधायक खरीद-फरोख्त का स्टिंग ऑपरेशन दिखाया। आप नेता मनीष सिसौदिया का आरोप है कि बीजेपी शेर सिंह डागर ने संगम विहार से आप विधायक दिनेश मोहनिया को 4 करोड़ रुपये में खरीदने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने हमारे कई विधायकों से संपर्क किया और उन्हें लालच देकर खरीदने की कोशिश की। लोग जानते हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी अपनी सरकार बनाने के लिए कांग्रेस और आप के विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। सिसौदिया का दावा है कि शेर सिंह डागर और उनके साथी रघुवीर दहिया की पूरी करतूत को आम आदमी पार्टी ने खुफिया कैमरे में कैद कर लिया है। ये पूरी बातचीत शेर सिंह डागर के साउथ एक्सटेंशन स्थित उनके घर में रिकॉर्ड की गई है। दिल्ली प्रदेश बीजेपी उपाध्यक्ष शेर सिंह डागर महरौली विधानसभा से उम्मीदवार भी रह चुके हैं।
सिसौदिया के मुताबिक, ‘डागर ने बताया कि बीजेपी विधायकों से इस्तीफा दिलवाकर सदन में मौजूद विधायकों की संख्या कम कर अपना बहुमत साबित करना चाह रही है। डागर ने न केवल दिनेश मोहनिया को 4 करोड़ रुपये देने का वायदा किया बल्कि ये पैसा उनकी बताई जगह पर डिलीवर कराने का भरोसा भी दिलाया। डागर ने बार-बार मोहनिया की पार्टी हाई कमान से मुलाकात करवाने की भी बात की।
आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह बीजेपी को बेईमानी से दिल्ली में सरकार नहीं बनाने देंगे। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी हमारे विधायकों को पिछले एक महीने से मनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम उन्हें सत्ता में नहीं आने देंगे। वे दिल्ली की जनता के साथ धोखा कर रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि वो बीजेपी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और स्टिंग ऑपरेशन की फुटेज अदालत में पेश करेंगे। मनीष सिसोदिया ने बीजेपी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस खरीद फरोख्त के पीछे राजनाथ सिंह का हाथ है। वहीं, पार्टी विधायक दिनेश मोहनिया ने कहा, ‘मैं बीजेपी नेताओं को बताना चाहता हूं कि हर चीज बिकाऊ नहीं है, उन्हें खरीद-फरोख्त की राजनीति बंद कर देनी चाहिए।
हालांकि, डागर ने कहा है कि उनपर लगे आरोप झूठे हैं। डागर ने कहा, ‘आप के विधायक तीसरी बार मेरे पास आए थे। उन्होंने कहा था कि वो बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं। मैंने उन्हें साफ कह दिया था कि पार्टी में शामिल कराने का फैसला हाई कमान का काम है। उनका असली मकसद मुझे नहीं पता, शायद वो अपनी पार्टी के लिए कुछ मसाला ढूंढने आए थे। डागर ने अपनी सफाई में कहा, ‘मैंने कभी कोई अनैतिक काम नहीं किया है। पार्टी चाहे तो इस ऑपरेशन की जांच करा ले। मुझे अपनी पार्टी पर भरोसा है।