नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के भीतर आया राजनीतिक भूचाल अभी शांत होता नहीं दिख रहा है। में मचे घमासान के बीच पहली बार पार्टी के किसी नेता ने कैमरे पर ये बात कही है कि आख़िरी क्यों प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई।
दरअसल, ‘आप’ पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और महाराष्ट्र के संयोजक मयंक गांधी ने आज फिर एक खुलासा किया है। अपने नए ब्लॉग में मयंक गांधी ने लिखा है कि पार्टी छोड़ने के लिए मुझे अपमानित किया जा रहा है।
मयंक गांधी ने अपने ब्लॉग में लिखा है प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की तरह मुझे भी निशाना बनाया जा रहा है। कुछ लोग पार्टी छोड़ने के लिए मुझे जलील कर रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी लिखा है कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर मेरे खिलाफ मुहिम शुरू की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आशीष खेतान समेत महाराष्ट्र के कुछ असंतुष्ट लोग मेरे खिलाफ बोलना भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा दिल्ली के नीति निर्माताओं ने तो मुझे बीबीएम (ब्लैकबेरी मैसेंजर) ग्रुप से भी अलग कर दिया है।अभी और बहुत कुछ सामने आएगा और अंत में मुझे इतना अपमानित किया जाएगा कि मैं पार्टी छोड़ दूंगा। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के लिए भी यही योजना बनाई गई थी, लेकिन पार्टी में बने रहकर दोनों ने इस योजना को विफल कर दिया था। मेरे ऊपर कीचड़ उछाले जाएंगे, देखता हूं कि मैं इसे सह पाता हूं या नहीं।
मयंक गांधी ने लिखा है कि मेरा ब्लॉग किसी व्यिक्ति विशेष या नेतृत्व को लेकर नहीं है। यह सिर्फ पारदर्शिता को लेकर है कि हम कैसे काम करते हैं। उन्होंने ने लिखा है कि ‘अगर आपने मेरे पहले ब्लॉग को ध्यानपूर्व पढ़ा होगा तो उसमें सिर्फ एक झूठे आदेश को चुनौती दी गई थी। 4 मार्च की बैठक का जिक्र करत हुए उन्होंने लिखा है कि मैंने पारदर्शिता के उच्च सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए ही बैठक की बात और निष्कर्षों को अपने ब्लॉग पर लिखा। ये हमारे कार्यकर्ताओं के लिए था।
गांधी ने लिखा है कि न तो ये कोई विद्रोह है, न ही किसी नेतृत्व के खिलाफ है और न हीं मैं लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। उन्होंने लिखा है कि अरविंद केजरीवाल बेशक इस देश के लोगों के लिए एक उम्मीद हैं और मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।
मयंक ने अपना ब्लॉग लिखने के बाद कहा कि जो भी कर रहा हूं पार्टी की मजबूती के लिए कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि उनका इरादा पार्टी तोड़ने का नहीं है। उधर, योगेंद्र यादव ने कहा है कि दुख तो होता है लेकिन वो जो भी कुछ कहेंगे पार्टी की मर्यादा के भीतर रहकर।
गौरतलब है कि मयंक ने 5 मार्च को अपने ब्लॉग में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से निकाले जाने के लिए सीधे-सीधे केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया था।
इसके बाद आशीष खेतान ने मयंक गांधी पर कटाक्ष करते हुए ट्विटर पर लिखा था, ‘कुछ लोग सुबह-शाम टीवी इंटरव्यू देंगे, कुछ दिल्ली और फिर देश के विकास के लिए दिन-रात काम करेंगे। कुछ लोग ब्लॉग लिखेंगे, कुछ इतिहास लिखेंगे। विडंबना यह है कि हजारों लोग, जिन्होंने अपने खून-पसीने से इस पार्टी को बनाया है, वे न लेख लिख पाते है और न ही टीवी इंटरव्यू की कला में माहिर हैं।
इसी के साथ आम आदमी पार्टी की नेता अंजलि दमानिया ने अरविंद केजरीवाल का पक्ष लेते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत भूषण ने कहा था कि पार्टी चुनाव हार सकती है। साथ ही कहा कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने अरविंद केजरीवाल को जून में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बहुत परेशान किया था। अंजलि ने योगेंद्र यादव पर कड़ा और निजी प्रहार करते हुए कहा कि योगेंद्र जो कहते हैं वह करते नहीं। जैसा वह दिखते हैं वैसे है नहीं।