आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती पर वाराणसी में हमला

Somnath Bharti PTI 360x270आप (AAP) नेता सोमनाथ भारती पर बुधवार को वाराणसी में अस्सी घाट पर कथित रूप से भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उस समय हमला किया जब वह चुनाव संबंधी एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वहां गए थे।

टीवी पर जारी तस्वीरों में मारपीट करने वाले लोगों में कुछ लोग कमल के निशान वाली भगवा रंग की टोपी पहने हुए थे। आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर इस घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है और पूछा है, ”क्या भाजपा के इन समर्थकों पर चुनाव आयोग कार्रवाई करेगा?”

यह घटना बुधवार शाम को वाराणसी के अस्सी घाट पर हुई। आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ही वाराणसी से लोकसभा चुनावों के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। समाचार चैनलों पर दिखाए जा रहे फुटेज में सोमनाथ भारती को बड़ी संख्या में लोग घेरे हुए थे और उनके साथ हाथापाई की जा रही थी। दूसरी तरफ़ कुछ लोग उन्हें बचाने की कोशिश करते नज़र आए।

हमले के बीच भारती की कार पर कुछ लोगों ने धावा बोल दिया और कार के शीशे तोड़ दिए गए। हमलावर ड्राइवर के साथ भी मारपीट करते नज़र आए। वाराणसी सीट से अरविंद केजरीवाल भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को चुनौती दे रहे हैं। इस सीट से कांग्रेस ने अजय राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाराणसी में अपना नामांकन दाखिल करने वाले हैं। ऐसे में दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ने से कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं।

सोमनाथ ने कहा कि लात-घूंसे से उनकी पिटाई हुई है। सोमनाथ ने इस घटना का ठीकरा मोदी समर्थकों के सिर फोड़ा है। उन्होंवने कहा, ‘मोदी खूनी राजनीति के मसीहा हैं उनके नामांकन से पहले ही वाराणसी में खूनी खेल शुरू हो गया है।

वाराणसी में आप एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की यह पहली घटना नहीं है। पिछले हफ्ते आप कार्यकर्ताओं की भाजपा स्वयंसेवकों से उस समय कहासुनी हो गई जब केजरीवाल की कार को कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोक लिया था।

इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान वाराणसी के साथ ही देश के दूसरे हिस्सों में अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के कई अन्य नेताओं के साथ हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं।

सोमनाथ भारती आप की दिल्ली सरकार में कानून मंत्री रह चुके हैं। इस दौरान दिल्ली के खिड़की एक्सटेंशन मामले में कथित वेश्यावृत्ति और ड्रग्स कारोबार को रोकने के सिलसिले में वो विवादों में आए थे।