जांच में पता चला कि रिवाल्वर अरविंद के महरौली में रहने वाले बहनोई योगेन्द्र का है। कुछ दिन पूर्व योगेंद्र जब अरविंद के घर आए थे तो वह अपना रिवाल्वर यहां भूल गए थे तो वह अपना रिवाल्वर यहां भूल गए थे। तब से रिवाल्वर यहीं रखा था। पुलिस का कहना है कि योगेन्द्र के खिलाफ भी कार्रवाई करने पर विचार किया जा रहा है।
साथ ही रिवाल्वर का लाइसेंस रद किया जाएगा। जाफरबाद, पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल रिवाल्वर, अरविंद का लैपटाॅप, डायरी और मोबाइल फोन को जांच के लिए जब्त कर लिया है। पुलिस के मुताबिक 35 वर्षीय अरविंद मलिक गली नंबर-7, अर्जुन मोहल्ला, मौजपुर में परिवार के साथ रहता था। परिवार में पत्नी सुदेशए एक बेटाए एक बेटीए मां शकंतलाए बड़ा भाई अरूण है। अरूण रेलवे सुरक्षा बल में हवलदार है। अरविंद ने कुछ समय पूर्व बिल्डिंग मटीरियल का काम शुरू किया था।
घाटा हो जाने पर उसने ध्ंाधा बंद कर दिया था। तब से वह बेरोजगार था। पीिजनों के अनुसार एक साल पहले अरविंद आम आदमी पार्टी से जुड़ गया था। शनिवार सुबह पौने नौ बजे पत्नी सुदेश अरविंद के कमरे में जाकर उसे चाय देकर चली गई।
उसके बाद अरविंद ने कमरे का दवाजा अंदर से बंद कर लिया। कुछ देर बाद साढ़े नौ बजे कमरे से धमाके की आवाज आई। अरविंद की भतीजी अंजली और पत्नी जब खिड़की के जरिये कमरे में पहुंची तो अरविंद फर्श पर मृत पड़ा था। सिर से खून बह रहा था। पस ही रिवाल्वर भी मिला था।