मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल व्यापम घोटाले के आरोपी शैलैश यादव की लखनऊ में मौत हो गई। शैलेश मध्यप्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के पुत्र थे। आज हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है। उनका शव उनके घर के कमरे में मिला। बताया जा रहा है कि उनकी मौत ब्रेन हैम्रेज से हुई है। बताया जा रहा है कि शैलेश पिछले कुछ दिनों से बीमार थे।
शैलेश पर आरोप था कि उन्होंने कथित रूप से बिचौलियों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया था। साथ ही इन पर वन रक्षक और संविदा शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पैसे लेने के भी आरोप थे।
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित करोड़ों रुपये के व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले में नाम आने पर एसटीएफ ने राज्यपाल रामनरेश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। राज्यपाल के खिलाफ प्राथमिकी व्यापम द्वारा वर्ष 2013 में आयोजित वन रक्षक परीक्षा मामले में दर्ज की गई।
राज्यपाल के खिलाफ आरोप हैं कि उन्होंने वन रक्षक परीक्षा में पांच उम्मीदवारों की व्यापमं अधिकारियों से सिफारिश की थी। जांच एजेंसी के समक्ष राज्यपाल का नाम इस घोटाले में उस समय सामने आया था जब उनके विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) धनराज यादव को पीएमटी भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया गया।
एसटीएफ ने बाद में भोपाल की एक अदालत में पेश पूरक चालान में संविदा शाला शिक्षक भर्ती मामले में राज्यपाल के पुत्र शैलेश यादव का नाम उजागर किया था।
बताया जाता है कि इस मामले में अपना नाम आने से शैलेश परेशान थे। एसटीएफ ने उन्हें नोटिस भी भेजे थे। उन्हें पकड़ने के लिए एसटीएफ खासी कवायद कर रही थी। दूसरी ओर राज्यपाल भी इन दिनों अस्वस्थ हैं। उनका भोपाल के शाहपुरा क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है।