इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने गुरुवार सुबह एडिशनल डीजीपी पीपी पांडेय को जमानत दे दी है। जबकि इसी मामले में डीजी वंजारा को भी दिन ढलते-ढलते जमानत दे दी गई है।
गौरतलब है कि सीबीआई की चार्जशीट में 15 जून 2004 को हुई इस हत्या मामले में वंजारा और पांडेय के अलावा आईपीएस अधिकारी जीएल सिंघल और नरेंद्र के अमीन के अलावा तरुण बरोत, जेजी परमार और ए चौधरी को भी हत्या और साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई दिसंबर 2011 में गुजरात हाई कोर्ट के आदेश के बाद से इस बहुचर्चित मामले की जांच कर रही है। अभी तक की जांच में यह बात खुलकर आई है कि गुजरात पुलिस और आईबी ने मिलकर इस मुठभेड़ की योजना बनाई थी। मुठभेड़ के दौरान बंजारा क्राइम ब्रांच में पीपी पांडेय के डिप्टी थे।