नई दिल्ली: 1000, 500 की नोटें बंद होने के ऐलान के बाद अब पाकिस्तान में चल रहे डी कंपनी के नकली नोटों के धंधे की पोल खुलने लगी है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की सरपरस्ती में किस तरह से डी कंपनी पेशावर और कराची में नकली नोटों का खेल खेल रहा था इस बात की खबरें सामने आने लगी हैं।
नकली नोटों के गोरख धंधे में लगे दाऊद के लोग भारतीय अर्थव्यवस्था को चूना लगा रहे थे, लेकिन 1000, 500 की नोटें बंद होने के बाद जाली नोटों को धंधा पूरी तरह से बंद होने की कगार पर है। ऐसे में डी कंपनी का नया प्लान सामने आया है।
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक्शन के तोड़ के रूप में डी कंपनी अब 100 रुपए की नकली नोटें छापने का प्लान बना रही है। ऐसी जानकारी देश की खुफिया एजेंसियों को बुधवार को मिली हैं।
एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर के अनुसार, पिछले तीन साल से पाकिस्तान में भारी मात्रा में 1000, 500 के नकली भारतीय नोट छापे जा रहे थे। लेकिन पीएम मोदी ने मंगलवार की आधी रात से बड़ी नोटें के बंद करने का जब से ऐलान किया तब से नकली नोटों के गोरख धंधे में लगे लोग टेंशन में हैं और इसका तोड़ निकालने की सोच रहे हैं। इसी का परिणाम है कि अब डी कंपनी का 100 की नोटें छापने का प्लान सामने आ रहा है।
पाकिस्तान में फेक इंडियन करेंसी नोट्स (एफआईसीएन) का काम देख रहे दाऊद का दाहिना हाथ कहे जाने वाले इकबाल काना और आफताब बटकी को इस बारे में आईएसआई ने ब्रीफ किया है। काना पाकिस्तान में 1993 से नकली नोटों की तस्करी समेत कई काम देख रहा है।
कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अगले 24 घंटे में ही 100 की भारतीय नकली नोटों का जखीरा खड़ा कर सकता है।
भारतीय सांख्यकीय संस्थान, कोलकाता के आंकड़ों के अनुसार हर 10 लाख रुपयों के बीच में 250 नकली नोटें हैं और देश में नकली नोटों का कुल आंकड़ा 400 करोड़ रुपए के करीब है।