पांच दिन की नापाक हरकत के बाद पाकिस्तान को बंदूक की भाषा समझ आ गई है। भारतीय जवानों के जोरदार जवाब के बाद सरहद पर बीती रात खामोशी से गुजरी और सीमापार से गोलीबारी नहीं हुई।
सीमा के मौजूदा हालात पर गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक बुलाई है। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और बीएसएफ के डीजी डी के पाठक भी मौजूद हैं।
सरकार के कड़े रुख के बाद सरहद पर गुरुवार की रात खामोशी से गुजरी और गोलाबारी नहीं के बराबर हुई। गुरुवार रात साढ़े आठ बजे सांबा बॉर्डर में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग हुई थी, लेकिन जवाबी कार्रवाई के बाद शांति है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीएसएफ को सिर्फ जवाबी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
हीरानगर सेक्टर के कठुआ में अब तक की गोलाबारी की वजह से लोग अपने घर छोड़ कर गए है। जिला प्रशासन ने बस भेजकर लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर भेज दिया है।
सरहद पर गोलीबारी की घटनाएं सामने आने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर अपने देश में दबाव बढ़ रहा था। शरीफ ने आज नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक बुलाई है।
गुरुवार को रक्षामंत्री अरुण जेटली की ओर से पाक को चेतावनी भरे लहजे में कहा गया था कि अगर पाक की ओर से गोलाबारी नहीं थमी, तो उसे इसकी कीमत चुकाने को तैयार रहना चाहिए। जेटली ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन वह अपनी सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है।
साथ ही पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान को सही जवाब दे दिया है।’