नई दिल्ली : पिछले डेढ़ दशक में सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल रहे सुरेश रैना ने अपने पसंदीदा कप्तान और मेंटर महेंद्रसिंह धोनी के नक्शेकदम पर चलते हुए शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
धोनी ने अपने इंस्टाग्राम पर अपने लाखों प्रशंसकों के लिए लिखा- ‘अब मुझे रिटायर्ड समझा जाए’ जिसके कुछ ही मिनटों बाद रैना ने भी संन्यास की घोषणा कर दी।
33 साल के रैना दुनिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने खेल के तीनों प्रारूपों में शतक जड़े हैं। रैना ने 2011 विश्व कप में भारत की खिताब जीत के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण नाबाद पारी खेली थी।
टीम इंडिया के लिए खेलीं बेहतरीन पारियां : भारत के सर्वश्रेष्ठ फील्डर्स में से एक माने जाने वाले रैना ने 30 जुलाई 2005 श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण किया था। चेन्नई सुपरकिंग्स के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक रैना टी-20 विश्व कप 2007, विश्वकप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे थे।