कोलकाता : TMC की सांसद नुसरत जहां इन दिनों अपनी शादी को लेकर सुर्खियों में है। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने रविवार को कहा कि TMC सांसद नुसरत जहां की जैन व्यापारी के साथ शादी इस्लाम के अनुसार मान्य नहीं है। नुसरत जहां के खिलाफ फतवा जारी होने के बाद मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने यह बयान दिया है।
दरअसल नुसरत जहां संसद में सिंदूर लगाकर पहुंची थी। मीडिया से बातचीत करते हुए इमाम ने कहा कि मुझे नहीं पता कि फतवे में क्या उल्लेख किया गया है, लेकिन इस्लाम ‘सिंदूर’ की अनुमति नहीं देता है।
उन्होंने आगे कहा कि यह इस्लाम की संस्कृति नहीं है, यह शादी नहीं बल्कि दिखावे का रिश्ते लग रहा है। मुसलमान और जैन दोनों इसे विवाह नहीं मानेंगे। अब वह ना तो मुस्लमान है और ना ही जैन। उसने एक बड़ा अपराध किया है, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था।
आपको बता दें कि शनिवार को TMC सांसद नूसरत जहां का सिंदूर और चुड़ियां पहनना विवाद का विषय बन गया। इमाम ने आगे कहा कि एक मुस्लिम बस एक मुस्लिम से ही शादी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला की नूसरत एक अभिनेत्री है और सिनेमा में लोग धार्मिकप्रथाओं की परवाह नहीं करते हैं। वह बस वहीं करते है जो उनका मन करता है।
हालांकि, भाजपा नेता शाज़िया इल्मी अभिनेत्री से राजनेता बनी जहां के समर्थन में सामने आईं। उन्होंने कहा कि हर महिला को कैसे भी कपड़े पहनने और किसी भी धर्म की परवाह किए बिना अपनी पसंद के अनुष्ठान का पालन करने का अधिकार है। चाहे नुसरत जहां सिंदूर लगाना चाहें या नहीं यह उनकी मर्जी है। साध्वी प्राची ने भी बयान के लिए मौलवी पर निशाना साधा। साध्वी प्राची ने कहा कि नूसरत हमारे समुदाय में आई क्योंकि उनका भविष्य हमारे धर्म में सुरक्षित है। वह समझती है कि हिंदू धर्म महिलाओं का सम्मान करता है।
गौरतलब है कि जहां अपने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सिंदूर लगाकर पहुंची थी। जहां ने इस दौरान सफेद और गुलाबी रंग की साड़ी भी पहनी हुई थी। साथ ही हाथों में मेहंदी और चूड़ियां भी पहनी हुई थी। इस दौरान टीएमसी सांसद ने स्पीकर ओम बिड़ला के पैर छुए और उनका आशीर्वाद मांगा। दरअसल, नह शपथ नहीं ले पाई थी क्योंकि 17 से 18 जून वह तुर्की में अपनी शादी समारोह में व्यस्थ थी।