बिठूर के विधायक मुनीन्द्र शुक्ला के अनुसार साल 2012 में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिठूर विधान सभा क्षेत्र के करीब 250 गांवो में बिजली देने का वादा किया था, और इसके लिए करीब आठ महिना पहले विधायक जी के पास फंड भी मुहैया गया था। मगर जो बिजली बिठूर के उन गांवो तक आनी थी वो रेलवे लाइन को पार कर लाया जाना था, मगर विधायक जी का आरोप है कि रेल प्रशासन इसके लिए अनुमति नहीं दे रहा था, और मामला पिछले आठ महीने से अटका हुआ था।
उधर बिजली की आस में सारे गांवो में बिजली के खम्भे और तार सब कुछ व्यवस्थित किये जा चुके है, बस देर है तो बिजली आने की, मगर जब मीडिया ने विधायक जी से रेलवे द्वारा अनुमति यानी एन ओ सी दिए जाने की बात पूछी तो विधायक जी ने ये स्वीकार किया कि सोमवार की शाम रेल विभाग ने कानपुर बिजली विभाग को एन ओ सी दे दी है, और जल्द ही बिजली जोड़ने का काम कर दिया जाएगा। विधायक जी की बात सुन कई किसान और उनके समर्थक आश्चर्यचकित थे, किसी ने खुलकर तो नहीं मगर दबी जुबान में कहा कि जब एन ओ सी मिल ही गयी थी तो फिर ये ड्रामा करने की जरुरत क्या थी।
उधर बात सत्ता से जुड़े विधायक जी का मामला थाए सो प्रशासन ने भी पूरा इंतजाम कर लिया था, मगर विधायक जी के सामने प्रशासन उनके समर्थको को रेल की पटरी पर प्रदर्शन करने से नहीं रोक पाई। करीब एक घंटे तक चले इस हाई प्रोफाइल ड्रामे की वजह से हलकान रही प्रशासन और उसे मूक दर्शक बन तमासा देखने के अलावा कोई चारा भी तो नहीं था।