मुंबई: शिवसेना (उद्धव गुट) को एक और बड़ा झटका लगा है. राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद भी ठाकरे गुट के कई नेता शिंदे गुट में शामिल हो रहे हैं. लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि शिंदे गुट को अन्य नेताओं से खूब समर्थन मिल रहा है. इसमें सिर्फ विधायक नहीं हैं बल्कि शिवसेना के सांसद भी हैं.
ऐसे में आज ही राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में होटल ट्राइडेंट में चल रही विधायकों की बैठक में दिल्ली से शिवसेना के 14 सांसदों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया. राष्ट्रपति चुनाव के बाद 14 सांसदों ने शिंदे समूह का समर्थन किया है. आज की बैठक में शिंदे समूह प्रस्ताव पेश कर कार्यकारिणी की घोषणा करेगा. बता दें कि शिवसेना से निष्कासन और इस्तीफे का सत्र शुरू होते ही शिंदे गुट प्रमुख नेताओं की नियुक्ति करेगा.
अब सांसदों में बगावत
गौरतलब है कि शिवसेना पहले से ही दो गुटों में बंटी हुई है. कुल 55 विधायकों वाली पार्टी के 40 विधायक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ हैं तो अन्य 15 विधायक पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के साथ हैं. साथ ही अब शिंदे गुट का दावा है कि 12-14 सांसदों उनके साथ हैं.
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के सभी सांसदों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव में किसे समर्थन देना है, इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी. उस वक्त अधिकतर सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू को सपोर्ट करने की बात कही थी.
इस बैठक में शिवसेना के 18 लोकसभा सदस्यों में से 13 ने भाग लिया था. हालांकि शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि 18 लोकसभा सांसदों में से 15 ने उद्धव ठाकरे के निजी आवास पर हुई बैठक में भाग लिया था.