शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बयान दिया है कि पीएम नरेंद्र मोदी के भारत आने पर केंद्र में उनके मंत्री अनंत गीते इस्तीफा दे देंगे। अनंत गीते भारी उद्योग मंत्री हैं।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के अलग होने के बाद अटकलें थीं कि दोनों पार्टियां केंद्र में अपने संबंध बनाए रखेंगी। इस बात को तब और बल मिला था, जब दोनों पक्ष के नेताओं ने चुनाव प्रचार में एक दूसरे पर कीचड़ उछालने से बचने की बातें कहीं थी। लेकिन यह बात बनती नहीं दिखाई दे रही इन दोनों के बीच के संबंधो को खाई और बढती ही जा रही है।
उद्धव ठाकरे ने एक बयान देकर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका से लौटने के बाद केंद्रीय मंत्री अनंत गीते अपने पद से इस्तीफा देंगे। गीते मोदी सरकार में शिवसेना के कोटे से भारी उद्योग मंत्री हैं।
इसके साथ ही जब उद्धव ठाकरे से पूछा गया कि क्या वह बीएमसी और दूसरी म्युनिसिपल कॉरपोरेशनों में बीजेपी के साथ अपने गठबंधन को खत्म करेंगे, तो शिवसेना सुप्रीमो ने कहा, ‘इस पर शांतिपूर्वक विचार किया जा रहा है और जल्द ही निर्णय होगा।
गौरतलब है कि इससे पूर्व शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन टूट जाने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने कहा था कि इस बात पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है कि भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते केंद्रीय मंत्रिमंडल में बने रहेंगे या नहीं।
राजनाथ ने कहा, इस पर पार्टी को फैसला लेना है। उनके बारे में हमारी कोई चर्चा नहीं हुई। यह मामला अभी तक हमारे विचार के लिए नहीं आया है। गीते एनडीए मंत्रिमंडल में शिवसेना के एकमात्र नेता हैं।
गृहमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी का शिवसेना के साथ गठबंधन टूट जाना ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ है। उन्होंने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने लंबे समय तक इसके लिए चर्चा की, लेकिन दुर्भाग्य से इसका कोई नतीजा नहीं निकला। हालांकि राजनाथ ने यह विश्वास जताया कि शिवसेना से अपने रास्ते अलग कर लेने के बावजूद बीजेपी महाराष्ट्र में बहुमत के साथ जीतेगी। उन्होंने कहा, हम पूरे विश्वास के साथ चुनाव लड़ेंगे और बहुमत हासिल करेंगे।