है। सेनेट के नेताओं के मुताबिक वे एक समझौते तक पहुंच गए हैं।
शीर्ष अमरिका नेता दो हफ्ते से ज्यादा से चली आ रही काम बंदी (शटडाउन) खत्म करने पर रजामंद हो गए हैं। इसके लिए डेमोक्रेट और रिपब्लिक के बीच समझौता हो गया है। पहले ही अमेरिका को पहली बार डिफाल्टर घोषित होने से बचाने के लिए सरकार की उधारी सीमा बढ़ा दी गई हैं। समझौते की घोषणा सीमेंट में बहुमत दल के नेता हैरी रीड ने की।
रीड ने कहा कि यह समझौता मौजूदा हालात में अमेरिकी के लिए बहुत ही जरूरी आर्थिक स्थायित्व प्रदान करेगा। प्रतिनिधि सभा जल्द ही इस पर मतदान करेगी। रीड ने कहा, सप्ताह भर पूरी दुनिया की निगाहें वाशिंगटन पर लगी रही।
इस दौरान पूरी दुनिया राजनीतिक विभाजन की गवाह बनी। बुधवार को वे सभी देखेंगे कि कांग्रेस अमेरिका को डिफाल्टर घोषित होने से बचाने के लिए द्विपक्षीय समझौता करने में सफल रहा। अंत में राजनीतिक विरोध से बाहर निकाला गया।
फिलहाल, 7 फरवरी, 2014 तक सरकार के पास डिफाल्ट से बचे रहने का समय है, लेकिन बजट पारित नहीं किया गया है। अब ओबामा सरकार को फरवरी तक रिब्लिकन को राजी कर बजट पारित कराना होगा। रिब्लिक नेता मिच मैक्कोनेल ने कहा कि अब सरकार डिफाल्ट से बचे रहकर अपना कामकाज कर सकेगी।
उन्होंने कहा कि अब हमें अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एकजुट होकर सरकार से बात करनी होगी। रिब्लिकन चाहते हैं कि बजट नियंत्रण कानून के तहत होने वाली कटौतियों को रोका जाए। वर्ष 1981 के बाद यह पहला ऐसा कानून है, जिसके जरिये सरकार इतने बड़े पैैमाने पर अपने खर्चों में कटौती करना चाह रही है।
द्विपक्षीय समझौते के तहत उधारी सीमा बढ़ाने के लिए लाया गया विधेयक 17 अक्टूबर के ही सीनेट से पारित कर दिया जाएगा। सेनीटर टेल क्रूज ने कहा कि वह इस विधेयक को रोकेंगे नहीं। हालांकि, उन्होंने इस समझौते का विरोध किया था, क्योंकि इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति की विवादास्पद ’ओबामाकेयर’ स्वास्थ्य योजना पर रिपब्लिकन के एतराज को संबोधित नहीं किया गया है।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे. कार्ने ने कहा है कि राष्ट्रपति को भरोसा है के डेमोक्रेट व रिपब्लिकन के बीच हुआ समझौता सरकार को खासी मदद करेगा और आर्थिक संकट के खतरे को टाला जा सकेगा।