नई दिल्ली: इंडोनेशिया से सिंगापुर जा रहा, एयर एशिया का एक विमान रविवार को हवाई यातायात नियंत्रणकर्ताओं से संपर्क टूटने के बाद लापता हो गया। खबरों के मुताबिक इस विमान में 162 लोग सवार हैं। एयर एशिया ने भी विमान के लापता होने की पुष्टि कर दी है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक एयर एशिया का एयर बस ए320-200 विमान आज सुबह से ही लापता है। इस विमान का रजिस्ट्रेशन नंबर पीके-एकेसी है। अभी तक इसकी कोई खबर नहीं मिल पाई है।
एक यातायात अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि जकार्ता हवाई यातायात नियंत्रक से विमान क्यूजेड8501 का संपर्क स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजकर 24 मिनट के ठीक बाद टूट गया था।
विमान के साथ संपर्क इसके उड़ान भरने के 42 मिनट बाद टूट गया था। विमान में कोई भारतीय नागरिक सवार नहीं था। स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बजकर बीस मिनट पर विमान ने इंडोनेशिया के सुराबाया से उड़ान भरी और इसे सिंगापुर के चांगी हवाईअड्डे पर सुबह साढ़े आठ बजे उतरना था।
अधिकारियों की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि दुर्भाग्यवश हमें इस समय विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौजूदा स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन जैसे ही और अधिक जानकारी आती है, हम सभी पक्षों को उसके बारे में अवगत कराते रहेंगे। यह विमान ए320-200 एयरबस है और इसकी पंजीकरण संख्या पीके-एएक्ससी है।
एयर एशिया के अधिकारियों की मानें तो विमान इंडोनेशिया से चालक दल समेत 162 लोगों को लेकर सिंगापुर के लिए उड़ान भरा। लेकिन कुछ दूर जाने के बाद विमान रडार से गायब हो गया। इंडोनेशिया के मेट्रो टीवी स्टेशन ने सबसे पहले इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद जिसके बाद सिंगापुर सिविल एविएशन अथॉरिटी ने इंडोनेशिया से लापता विमान की तलाशी के लिए मदद मांगी।
एयर एशिया के मुताबिक विमान में कुल 162 लोग सवार हैं जिसमें से 155 यात्री हैं। इनमें से 149 यात्री इंडोनेशिया के, कोरिया के तीन, सिंगापुर के एक, मलेशिया का एक और ब्रिटेन का एक यात्री सवार था। इसके अलावा बाकी चालक दल के लोग सवार हैं। फिलहाल कंपनी के अधिकारी दूसरे देशों के अधिकारियों से संपर्क कर विमान की लोकेशन जानने की कोशिश में जुटे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस समय विमान को खोजने के लिए अभियान जारी है और एयर एशिया इसमें पूरा सहयोग कर रही है। स्थानीय मीडिया की खबर के अनुसार, इंडोनेशियाई परिवहन मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि संपर्क टूटने से पहले विमान ने आम तौर पर अपनाए जाने वाले रास्ते से अलग एक रास्ते के बारे में पूछा था।