मुलायम कि ऐसी बातों से यह अंदाजा लगया जा सकता है कि इस मामले में पार्टी कोई समझौता करने नहीं जा रही। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दुर्गाशक्ति के खिलाफ हुई कार्रवाई को उचित बताते हुए आज कहा कि गलती करने वाले अफसर को सजा मिलती है।
आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति के सस्पेंशन को लेकर उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार में तकरार बढ़ती ही जा रही है। इस मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा रिपोर्ट मांगे जाने से नाराज उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी एसपी ने केंद्र सरकार को सारे आईएएस अधिकारियों को प्रदेश से वापस बुला लेने की चुनौती दी है।
उधर निलंबित आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल मामले पर यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव झुकने के लिए तैयार नहीं हैं। लखनऊ में सोमवार को अखिलेश ने कहा कि श्बच्चे खराब करते हैं तो उन्हें दंड मिलता है और अगर कोई अधिकारी गलत करता है तो उसे भी सज़ा मिलती है। अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के नेता लगातार दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड करने के फैसले को सही ठहरा रहे हैं।
दरअसल, रामगोपाल यादव की यह तीखी प्रतिक्रिया केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री वी। नारायणसामी के उस बयान पर आई जिसमें उन्होंने कहा था कि आईएएस दुर्गा के निलंबन पर अब तक केंद्र ने यूपी सरकार को तीन चिट्ठियां लिखी हैं। लेकिन इसपर जवाब नहीं आया है। रिपोर्ट मिलने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।
अब इस बयान पर रामगोपाल यादव ने नाराजगी जताते हुए कहा कि केंद्र इस मामले में दखलअंदाजी न करे। अगर वे चाहें तो सभी IAS अफसरों को वापस बुला सकते हैं। हम IAS अधिकारियों के बिना भी यूपी चला सकते हैं। हमला बोलने के बाद सपा सांसद कांग्रेस को नसीहत देने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा, ‘यह प्रशासनिक मामला है इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा था कि दुर्गा के साथ नियमों का पालन किया जाएगा। प्रधानमंत्री के मुताबिक केंद्र सरकार इस मुद्दे पर राज्य के संपर्क में है और जानकारी ले रही है। उनका कहना है कि जो भी कानून है इस मामले में उसका पूरा पालन किया जाएगा।