लखनऊ , उत्तर प्रदेश : समाजवादी पार्टी के भविष्य को लेकर लखनऊ के कालीदास मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय में बड़ी बैठक चल रही है। मुखिया मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश दोनों मौजूद हैं। पार्टी के 25 साल होने पर जश्न के साथ दिलों में तल्खी दूर करने के लिए मुलायम ने आज सबसे बड़ी बैठक बुलाई है। इसमें एमएलसी, विधायक, सांसद, ब्लॉक प्रमुख समेत सभी बड़े नेता मौजूद हैं। यहां पूरा यादव परिवार मौजूद है। हर कोई अपनी बात सबके सामने रख रहा है। सबसे पहले सीएम अखिलेश ने माइक संभालते हुए बोलना शुरू किया। बोलते बोलते एक समय तो अखिलेश भावुक भी हो गए थे। आइए जानते हैं अलिखेश के भाषण की पांच बड़ी बातें क्या थीं:
इस्तीफे की पेशकश
अखिलेश ने कहा, अगर मेरे हटने से ये सारा मामला ठीक हो सकता हो तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। मुलायम सिंह मेरे पिता हैं, मेरे गुरु हैं आज जो भी कुछ हूं उनकी ही वजह से हूं। इसलिए उनसे अलग होने की बात ही नहीं सोच सकता।
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नहीं बनाऊंगा नहीं पार्टी
अखिलेश के भाषण की दूसरी सबसे बड़ी बात थी कि उन्होंने साफ संकेत दे दिया है कि वो अलग पार्टी नहीं बनाएंगे। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मैं इसी पार्टी में बड़ा हुआ हूं, आज पार्टी के 25 साल पूरे हो चुके हैं। मैं क्यों अलग पार्टी बनाऊं।
मेरे पिता ही मेरे लिए सबकुछ हैं
अलिखेश ने कहा, नेताजी मेरे लिए सबकुछ हैं। वो मेरे पिता हैं मेरे गुरु हैं मैं उनसे अलग होने की बात सोच भी नहीं सकता हूं। उन्होंने कहा कि अगर नेताजी या पार्टी के खिलाफ कोई साजिश हो रही है तो मैं उसकी कार्रवाई करूंगा।
मेरे काम पर ही होगा चुनाव
सीएम ने कहा, अगला चुनाव सिर पर है। मैंने प्रदेश के लिए काम किया है और मैं सोचता हूं कि अगला चुनाव मेरे ही कामों पर होगा। जनता मुझे मेरे काम से पहचानती है। मुझे बहुत दुख है कि अमर सिंह ने मेरे लिये कहा था कि नवंबर तक अखिलेश मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। रामगोपाल जी ने ये नहीं कहा था।
पार्टी से इन लोगों को हटाया जाए
अखिलेश ने नाम लेते हुए कहा, गायत्री प्रजापति, दीपक सिंहल को हटाया जाए।