आतंकी संगठन अल कायदा की बुरी नजर अब भारत पर है। संगठन के नेता अयमान अल जवाहिरी ने अल कायदा के भारतीय उपमहाद्वीप में नई विंग खोलने का ऐलान किया। असीम उमर को इसका मुखिया बनाया गया है।
संगठन का मकसद भारतीय उपमहाद्वीप में इस्लामिक शासन लाना व जेहाद के नारे को और बुलंद करना है। यह खुलासा संगठन द्वारा जारी किए गए 55 मिनट के वीडियो से हुआ। इसे ऑनलाइन जारी किया गया।
अल कायदा के इस ऐलान ने मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अल कायदा वीडियो मामले पर गुरुवार सुबह गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक बुलाई। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, आईबी और रॉ के प्रमुख मौजूद थे। अधिकारियों ने राजनाथ को स्थिति से अवगत कराया। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि अलकायदा का वीडियो असली है और इसके जरिए आतंकी संगठन नई भर्तियां करना चाहता है। सभी राज्यों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
जवाहिरी ने भारतीय उपमहाद्वीप में अल कायदा को गठन को यहां रह रहे मुस्लिमों के लिए शुभ संकेत बताया। खासकर म्यंमार, बांग्लादेश, असम, गुजरात, अहमदाबाद और कश्मीर के मुसलमानों के लिए। इस आतंकी का कहना है कि संगठन का नया विंग मुसलमानों को अन्याय और दमन से बचाएगा।
वैसे जमीनी हकीकत यह भी है कि अल कायदा अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर अपनी मौजूदगी का दावा तो कर सकता है। पर भारतीय बॉर्डर के आसपास वह अपना विस्तार करने में सफल नहीं हुआ है। जानकारों का मानना है कि यह वीडियो मुस्लिम देशों में आईएसआईएस के बढ़ते वर्चस्व से परेशान अल कायदा नेतृत्व की सोच को दर्शाता है। हाल के दिनों युवाओं ने अल कायदा की जगह ISIS से जुड़ने में ज्यादा रुचि दिखाई है। जिसे लेकर आतंकी संगठन का नेतृत्व परेशान है।
इराक में कत्ल ए मचाने वाले संगठन ISIS का मुखिया अबू बकर अल बगदादी ने पहले ही खुद को खलीफा घोषित कर दिया है। साथ ही उसने मुसलमानों को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए आगे आने को कहा। दरअसल, इस ग्रुप और जवाहिरी के बीच 2013 में सीरिया में विस्तार को लेकर मतभेद सामने आए थे। सीरिया में बगदादी के समर्थकों में हाल के दिनों में गला रेतना और नरसंहार जैसी निर्मम वारदातों को अंजाम दिया है।