U.P में BJP को तीसरे पायदान से ऊपर लाने के लिए वह किसी खाके पर यहां के नेताओं से कोई बात करतेए, उससे पहले उन्होंने नरेंद्र भाई मोदी के सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा बनाने के लिए लोहा जुटाने के अभियान को हर कीमत पर कामयाब बनाने का हुक्मनामा जारी कर दिया। इसके बाद पार्टी के नेताओं को खुद ही सारे सवालों के जवाब मिल गए।
मोदी की सुगबुगाहट एक समवेत स्वर में बदल गई। अब बचा है तो सिर्फ औपचारिक ऐलान करना। अमित शाह ने सिर्फ इतना ही कहा कि 2014 में BJP के नेतृत्व में NDA की जो सरकार बनेगी, उसकी मजबूत नींव U.P से डाली जाएगी। पार्टी रणनीतिकारों के मुताबिक ये सिर्फ और सिर्फ तभी मुमकिन है, जब खुद नरेंद्र मोदी यहां से चुनाव लड़ेंगे।
पिछले दिनों मोदी ने गांधी नगर में ‘स्टेचू ऑफ यूनिटी’ की बात कही थी जिसके लिए उन्होंने घोषणा की थी कि लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की लोहे की मूर्ति बनाने के लिए वह देश के हर गांव के किसान से कृषि औजार के रूप उपयोग किया गया लोहे का एक टुकड़ा मांगेंगे, और इस जमा हुए लोहे से दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति का निर्माण किया जियेगा।
अब बात यह उठी उस सीट की पहचान करने की, जिस पर मोदी के चुनाव लड़ने से पूरे U.P में हवा तेज चले। पार्टी से मिले सूत्रों के मुताबिक लखनऊ, बनारस और इलाहाबाद ऐसी सीटें हैं, जिन्हें मोदी के लिए पहले चरण में शॉर्ट लिस्ट किया गया। जब अमीत शाह लखनऊ पहुंचे तो जांच पड़ताल के बात ये पता चला कि इन सभी में लखनऊ का पलड़ा सबसे अधिक भारी है।
फिलहाल U.P की 80 में से BJP के पास सिर्फ 10 सीटें हैं। पार्टी के आंतरिक सर्वे के मुताबिक अगर मोदी U.P से चुनाव लड़ते हैं, तो ये आंकड़ा शर्तिया तौर पर 30 के पार पहुंच सकता है। खुद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह भी चाहते हैं कि मोदी U.P से चुनाव लड़ें।