गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने अमित शाह को अत्यधिक खतरे की आशंका के बाद गृहमंत्रालय ने उन्हें ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा दी है। उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता ने उत्तर प्रदेश में पार्टी को मिली शानदार जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उन्हें अब तक गुजरात पुलिस की सुरक्षा उपलब्ध थी। गुजरात के पूर्व गृहमंत्री शाह को सोहराबुद्दीन शेख, उसकी पत्नी कौसर बी और शेख के सहयोगी तुलसीराम प्रजापति फर्जी मुठभेड़ के सिलसिले में 2010 में गिरफ्तार किया गया था।
राजनाथ सिंह के मंत्री बनने के बाद से ही अमित शाह का नाम अध्यक्ष पद की दौड़ में आगे चल रहा था। अमित शाह के साथ बीजेपी का एजेंडा है जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत और सक्रिय बनाना। मोदी के साथ ये करिश्मा अमित शाह गुजरात में दिखा चुके हैं।
अशोक रोड स्थित बीजेपी मुख्यामलय में बुधवार को पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक होगी। इसी बैठक में अमित शाह को पार्टी का नया अध्य क्ष बनाए जाने के फैसले पर आखिरी मुहर लगेगी. दिल्लीग बीजेपी ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को पंत मार्ग स्थित पार्टी मुख्यावलय पर दोपहर 12 बजे बुलाया है। बताया ज रहा है कि पार्टी के नए अध्ययक्ष के ऐलान के बाद जश्नत की तैयारी की जा रही है।
नरेंद्र मोदी का दाहिना हाथ माने जाने वाले अमित शाह मौजूदा अध्यक्ष राजनाथ सिंह की जगह लेंगे, जो अब देश के गृह मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनके कार्यकाल में अभी डेढ़ साल का वक्त बाकी है, मगर पार्टी में एक व्यक्ति एक पद के फार्मूले के तहत अध्यक्ष पद उन्हें छोड़ना पड़ रहा है।