जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के हमले के बाद भारत में काफी गुस्सा भड़का हुआ है, मंगलवार तड़के पाकिस्तानी सैनिकों की अगुवाई में करीब 20 हथियारबंद लोगों ने भारतीय सीमा में दाखिल होकर गश्ती दल पर फायरिंग की थी जिसमें भारत के पांच जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद आज सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह पुंछ के दौरे पर जा रहे हैं। इस घटना को लेकर पाकिस्तान में नवाज शरीफ के सत्ता संभालने के दो महीने बाद दोनों देशों के बीच संबंध एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं।
लेकिन अमेरिका को उम्मीद है कि दोनों देश अब भी शांति वार्ता करते रहेंगे। अमेरिका ने यह भी कहा है कि कश्मीर पर उसके रूख में कोई बदलाव नहीं आया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता जेन साकी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा हम इन खबरों से वाकिफ हैं और एलओसी के पास किसी तरह की हिंसा के प्रति चिंतित हैं। कश्मीर पर नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
पुंछ में पाकिस्तानी हमले में शहीद हुए पांच जवानों के शव आज उनके घर भेजे जाएंगे। पुंछ में बिहार के चार और महाराष्ट्र का एक जवान शहीद हुए हैं जबकि एक घायल जवान का इलाज चल रहा है। पुंछ में मारे गए बिहार रेजीमेंट और मराठा रेजीमेंट के जवान के परिवार सदमे में हैं। शहीदों के पुरिवार वालों ने मांग की है कि सरकार पाकिस्तान को करारा जवाब दे।
इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा किया है कि हमले में शहीद हुए बिहार के चार सैनिकों की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ कराई जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ नीतीश ने बिहार के शहीद जवानों के परिजन को राज्य सरकार की ओर से 10.10 लाख रुपये दिए जाने की भी घोषणा की है।
बिहार रेजीमेंट के शहीद प्रेमनाथ सिंह के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है, घरवाले एकतरफ उनकी शहादत पर गर्व जता रहे हैं, दूसरी तरफ सरकार को उसकी चुप्पी पर कोस रहे हैं। पुंछ में पाकिस्तानी हमले औऱ उसके बाद सरकार के संसद में दिए बयान को लेकर गुस्से में है देश। रक्षा मंत्री एंटनी के घर समेत देश के कई शहरों में प्रदर्शन हुए हैं।
सरकार ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब कर अपना विरोध दर्ज करायाए हालांकि पाकिस्तान इस हमले में अपना हाथ होने से इनकार कर रहा है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की घेराबंदी तोड़ने का प्रयास किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। उधर बीजेपी यह आरोप लगा रही है कि सरकारी की कमजोर विदेश नीति और पाकिस्तान के प्रति सरकार के नरम रुख से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।