नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी में कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही। मनमुटाव और नीतियों से असंतुष्ट नेताओं का आम आदमी पार्टी से पलायन जारी है। पार्टी को बुधवार को एक और करारा झटका लगा, जब उसकी नेता अंजलि दमानिया ने इस्तीफा दे दिया। अंजलि ने इस्तीफा देते हुए बेहद नाराजगी भरे लहजे में एक ट्वीट भी किया। अंजलि पार्टी में खरीद-फरोख्त की खबरों से बेहद नाराज थीं।
उन्होंने लिखा कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। मैं पार्टी में इन सब बकवास के लिए नहीं आई थी। मुझे इसमें विश्वास था। मैंने खरीद-फरोख्त के लिए नहीं बल्कि सिद्धांतों के लिए अरविंद का समर्थन किया था।
महाराष्ट्र में पार्टी की वरिष्ठ नेता रहीं अंजलि ने लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी के खिलाफ नागपुर से चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। उन्होंने गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
उनका इस्तीफा उस वक्त आया है जब प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव की ओर से केजरीवाल की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए जाने को लेकर आप में आंतरिक कलह चल रही है।
दरअसल, अंजलि पार्टी का महाराष्ट्र में बड़ा चेहरा थीं। लिहाजा, उनके जाने से निश्चित तौर पर ही आप को राज्य में नुकसान होगा।