नई दिल्ली: समाजसेवी अन्ना हजारे चार साल बाद एक बार फिर दिल्ली में हुंकार भर रहे हैं। फर्क बस ये है कि पिछली बार जनलोकपाल की लड़ाई थी और इस बार अन्ना किसानों के लिए मोर्चा संभाल रहे हैं। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के विरोध में समाजसेवी अन्ना हजारे आज से दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। अन्ना ने कहा कि अगर उनके आंदोलन के समर्थन में राहुल गांधी आते हैं तो वह जनता के साथ बैठ सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर केजरीवाल आए तो वह मंच पर बैठेंगे या नहीं, इस पर आज फ़ैसला लिया जाएगा। अगर सभी सहमति जताते हैं तो हम एक मुख्यमंत्री के तौर पर स्टेज पर उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री हमारे आंदोलन का हिस्सा बनना चाहते हैं तो बन सकते हैं।
अन्ना ने कहा कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश किसानों के खिलाफ और कॉरपोरेट जगत के फेवर में है। अच्छे दिन केवल कॉरपोरेट जगत के ही आए हैं। अन्ना के मुताबिक, एक कृषि प्रधान देश में जब किसानों का उत्पीड़न हो तब सभी लोगों को एकजुट होकर खड़े होना चाहिए इसलिए वह चाहते हैं कि चाहे केजरीवाल हों या कोई दूसरी विपक्षी पार्टी, सभी को इस आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए।
गौरतलब है कि अन्ना आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों के साथ धरना देंगे। पलवल से निकले करीब पांच हजार किसान भी जंतर-मंतर पहुंच रहे हैं।
आपको बता दें कि संसद के बजट सत्र में भूमि अधिग्रहण कानून मोदी सरकार के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है क्योंकि अन्ना ही नहीं ज्यादातर पार्टी भी कानून के मौजूदा स्वरूप के खिलाफ हैं।