दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल के मिंदोरा में मंगलवार को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में घायल हुए भारतीय सेना के कर्नल एमएन राय शहीद हो गए हैं, जिन्हें सोमवार को ही गणतंत्र दिवस के अवसर पर वीरता सम्मान प्रदान किया गया था। शहीद हुए कर्नल मुनींद्र नाथ राय 9, गोरखा राइफल्स से थे, और 42, आरआर के कमांडिंग अफसर थे। उन्हें 26 जनवरी, 2015 को ही युद्ध सेवा मेडल (वाईएसएम) से सम्मानित किया गया था।
इससे पहले कर्नल ने अपने व्हाट्स-एप पर स्टेटस डाला था कि ‘जिंदगी में बड़ी शिद्दत से निभाओं अपना किरदार कि परदा गिरने के बाद भी तालियां बजती रहे।’ कर्नल ने जाते-जाते ऐसा काम कर भी दिया उनके जाने के बाद भी उनके लिए तालियां बजती रहेंगी
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, मुठभेड़ में दो आतंकवादी मार गिराए गए हैं और कमांडिंग अफसर कर्नल एमएन रॉय के अलावा एक पुलिसकर्मी भी शहीद हुआ है तथा सेना का एक अन्य अफसर, और एक जवान घायल भी हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि त्राल के मिंडोरा इलाके में सुरक्षा बलों ने घेराबंदी कर खोज अभियान शुरू किया था, जिसके बाद आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के रहने वाले कर्नल एमएन राय नौ गोरखा राइफल्स में कार्यरत थे लेकिन फिलहाल राष्ट्रीय राइफल्स में प्रतिनियुक्ति पर थे। उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। प्रवक्ता ने बताया कि कर्नल राय गणतंत्र दिवस पर वीरता पदक से पुरस्कृत किए जाने वाले सैन्यकर्मियों में शामिल थे। उन्हें पिछले साल दक्षिण कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड में उनकी भूमिका को लेकर युद्ध सेवा पदक से पुरस्कृत किया गया।
सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि हिज्बुल का एक स्थानीय आतंकवादी अपने एक सहयोगी के साथ यहां आया हुआ है, जिसके बाद अभियान शुरू किया गया। मारे गए आतंकवादियों की पहचान मिंडोरा के रहने वाले आदिल खान और शिराज डार के रूप में हुई है। वे हिज्बुल मुजाहिद्दीन संगठन से जुड़े हुए थे। मुठभेड़ के स्थान से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।